बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट (बीआईए) से उड़ान शुरू होने में अब दो से तीन सप्ताह अधिक वक्त लग सकता है।
पहले यह तिथि 28 मार्च निर्धारित की गई थी लेकिन हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली (एटीसी) के पूरी तरह से तैयार होने में अभी और वक्त लगेगा।
बीआईए की तैयारियों पर नागरिक विमानन मंत्रालय और नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के बीच सोमवार को हुई बैठक में कॉमर्शियल उड़ानों के 28 मार्च संचालन के बारे में विचार किया गया। सूत्रों के मुताबिक डीजीसीए ने एयरपोर्ट पर सुरक्षा के मानदंडों के साथ अपूर्ण एटीसी पर विचार किया।
इसकी अगली तारीख के बारे में बाद में घोषणा की जाएगी। इसके साथ ही पुराने एचएएल एयरपोर्ट से उड़ानें जारी रहेंगी।
सूत्रों ने कहा कि ‘हमने कुछ मुद्दों पर विचार किया है, जिसमें एयरपोर्ट पर सुविधाओं के साथ सबसे महत्वपूर्ण बात हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली रही।
हमने विचार किया कि उड़ानें शुरू करने में जल्दबाजी करना उचित नहीं होगा।’
यह फैसला नागरिक विमानन मंत्रालय के अधिकारियों की एक टीम के बीआईए के हालिया दौरे के बाद आया है। टीम ने बीआईएएल से कहा था कि वह एटीसी सुविधा 20 मार्च तक पूरी करना सुनिश्चित करे।
सूत्रों ने कहा, ”जो कर्मचारी यातायात नियंत्रण प्रणाली के लिए तैनात किए गए हैं वे सभी उपकरणों से परिचित होना चाहते हैं।
वे चाहते हैं कि एटीसी प्रणाली के विभिन्न उपकरणों के बारे में कम से कम एक माह का प्रशिक्षण दिया जाए। जैसी कि उम्मीद है, एयरपोर्ट पर प्रतिदिन 480 विमानों की आवाजाही होनी है।
इसलिए यातायात के तौर तरीकों के बारे में एक अध्ययन होगा। बहरहाल पूरी तरह से काम शुरू करने के पहले एटीसी अभी 1000 घंटों के लिए यथावत रखा जाएगा।
” बहरहाल बीआईए इस तरह की जरूरतों को भी नहीं पूरा नहीं कर सका, जिसके बिना काम शुरू होना संभव नहीं है।
यही कारण है कि एयरपोर्ट से उड़ान शुरू करने की निर्धारित तिथि को बढ़ाना पड़ रहा है। एटीसी सुविधा के अलावा भी नागरिक उड्डयन टीम ने 58 अन्य मानकों का अध्ययन किया जो उड़ानों के संचालन के लिए जरूरी है।
इस हवाई अड्डे से उड़ान शुरू करने में राज्य सरकार की अहम भूमिका है। राज्य सरकार कुछ नए इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को लागू करने जा रही है, जिसमें एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए सड़कें ठीक करना शामिल है।
ग्रेटर बेंगलुरु सिटी कार्पोरेशन ने 10 अंडरपास के निर्माण की जिम्मेदारी ली है, जिससे वहां आने जाने वाले लोगों को लालबत्ती पर रुकना न पड़े। इसमें से 5 को एयरपोर्ट के चालू होने से पहले पूरा किया जाना था।
इसमें से केवल एक अंडरपास का काम ही पूरा हो सका है और 2 पर काम तेजी से चल रहा है।
बहरहाल राज्य के बजट में 2008-09 के लिए 5 करोड़ रुपये इस कार्य के लिए दिया गया है। तेज गति की रेल सेवा से एयरपोर्ट को जोड़ने की भी योजना बन रही है।
प्रमुख सचिव (वित्त) एम आर श्रीनिवास मूर्ति ने कहा कि हम जल्द ही फैसला कर लेंगे कि इस परियोजना पर कौन काम करेगा।