बिजली खपत, ई-वे बिल जैसे महत्त्वपूर्ण संकेतक आने वाले समय में उत्साहजनक दिख रहे हैं और उपभोक्ताओं का भरोसा धीरे-धीरे सामान्य स्तर पर लौट रहा है। यह बात अर्थव्यवस्था की स्थिति पर भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों के लिखे एक लेख में कही गई है। आरबीआई बुलेटिन में प्रकाशित लेख में यह भी कहा गया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता बनी हुई है। कोरोनावायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर नए सिरे से रोकथाम के उपाय किये जा रहे हैं। इसमें लिखा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2021-22 की दूसरी तिमाही में तेजी से पटरी पर लौटी है।
