facebookmetapixel
भारत को दुनियाभर की कंपनियों से मिला ₹1.02 लाख करोड़ का फूड प्रोसेसिंग निवेश; जानें कौन-कौन है लिस्ट में?ITC हटने से ₹15,000 करोड़ का बढ़ा बोझ! जीवन बीमा कंपनियां IRDIA को लिखेगी पत्र; डिस्ट्रीब्यूटर्स का कमीशन घटाने की योजनाभारत को पशु टीका का ग्लोबल हब बनाने के लिए बना VVIMA, ₹1 लाख करोड़ के वेटरनरी वैक्सीन बाजार पर नजरFMCG, ज्वेलरी से लेकर रिटेल सेक्टर तक, GST कटौती के बाद ग्राहक त्योहारों में कर रहे हैं जबरदस्त खरीदारीGold Outlook: त्योहारी मांग के चलते सोने-चांदी में तेजी जारी रहने की संभावना, एक्सपर्ट्स को मुनाफावसूली की उम्मीदMPC की बैठक से पहले SBI की रिपोर्ट में सुझाव: रीपो रेट में हो 25 बेसिस पॉइंट की कटौती, पर एक्सपर्ट्स की राय में मतभेदMF vs FPI: मेटल और पावर यूटिलिटीज पर MFs बुलिश, FPIs ने ऑयल और आईटी शेयरों से की ताबड़तोड़ बिकवालीLicious ने शुरू की 30 मिनट में मीट और सीफूड की डिलीवरी, अब ग्राहकों को मिलेगा ताजा प्रोटीन तुरंत अपने घर परNew Rules From Oct: UPI, NPS और ऑनलाइन गेमिंग में 1 अक्टूबर से होंगे ये बड़े बदलाव, जानें क्या-क्यातेजस्वी का नीतीश सरकार पर हमला, कहा: उन्होंने जो वादा किया उसके लिए ₹7 लाख करोड़ की जरूरत

डिजिटल मार्केट को मुक्त रखने का अनुभव साझा करें देश

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने डिजिटल क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए सुझाव दिए

Last Updated- October 12, 2023 | 11:12 PM IST
Are online channels hurting small retailers? ऑनलाइन चैनलों से छोटे खुदरा विक्रेताओं पर पड़ रही चोट?

डिजिटल क्षेत्र में निष्पक्ष व्यापार प्राधिकरण खासी भूमिका अदा कर सकते हैं। डिजिटल क्षेत्र में चुनिंदा प्रमुख प्लेटफॉर्म ग्राहकों के हितों का नुकसान कर सकते हैं। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की चेयरपर्सन रनवीत कौर ने गुरुवार को कहा कि तेजी से बढ़ते बाजारों और तकनीकों ने प्रतिस्पर्धा कानून और नीतियों के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।

कौर ने ब्रिक्स देशों के आठवें अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारे लागू करने के अनुभव और बाजार के अध्ययन ने इन बाजारों को बेहतर ढंग से समझने में मदद की है। हम खुद अपने को बेहतर कर रहे हैं, लागू करने के तरीके को अधिक प्रभावी बना रहे हैं और इन्हें लागू करने में आने वाली खाई को पाटने में प्रयासरत हैं।’

उन्होंने जोर देकर कहा कि डिजिटल तकनीक की बदौलत वृद्धि की गति को कई गुना बढ़ाया जा सकता है। डिजिटल तकनीक के लिए समावेशन और नवाचार चाहिए। लिहाजा राष्ट्रों को डिजिटल मार्केट को मुक्त व प्रतिस्पर्धी बनाए रखने के लिए किए गए कार्यों के अनुभव को साझा करना चाहिए।

कौर ने कहा, ‘हम आर्टिफिशल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन और एल्गोरिदम के क्षेत्रों में साझा क्षमता अनिवार्य रूप से बनाएं। इससे डिजिटल क्षेत्र में आसानी से आगे बढ़ सकेंगे।’ उन्होंने कहा कि उद्यमी हरित कारोबार को बढ़ावा दें। उनके लिए गैर प्रतिस्पर्धा बाधाओं को दूर किए जाना सुनिश्चित किया जाए।

ऐसी स्थिति में यह अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है कि समझौतों को मूल्यांकन करने वाला स्पष्ट मसौदा हो और इसके चिरस्थायी आयाम हों। उन्होंने कहा, ‘लिहाजा परस्पर संवाद करना फायदेमंद है। इससे चुनिंदा मामलों व संदर्भ में क्यों और किस तरह का तरीके अपनाने का विकल्प और रास्ता मिलेगा। हमें सॉफ्ट कानून लागू करने का तंत्र स्थापित करने की जरूरत है।’

कौर ने देशों से अनुरोध किया कि वे यथार्थवादी अंतर्दृष्टि को साझा करें। वे बढ़ते प्रतिस्पर्धी मुद्दों से निपटने के सर्वश्रेष्ठ तरीके को भी साझा करे। इससे कारोबार के निष्पक्ष व्यापार कानून बेहतर होंगे।

कौर ने देशों से अनुरोध किया कि वे यथार्थवादी अंतर्दृष्टि को साझा करें। वे बढ़ते प्रतिस्पर्धी मुद्दों से निपटने के सर्वश्रेष्ठ तरीके को भी साझा करे। इससे कारोबार के निष्पक्ष व्यापार कानून बेहतर होंगे।

ब्रिक्स संगोष्ठी में ब्रिक्स और अन्य देशों को 600 प्रतिनिधि उपस्थित हुए। इसमें विभिन्न देशों के कानून विशेषज्ञ, गैर सरकारी सलाहाकार और भारत के विशेषज्ञ थे। कौर ने कहा, ‘इस नेटवर्क ने हमें प्रतिस्पर्धी कानून को ग्लोबल साउथ के नजरिये से देखने का अवसर मुहैया करवाया है।’इस सालाना सत्र के दौरान ब्रिक्स के साझा दस्तावेज भी जारी किए गए।

First Published - October 12, 2023 | 11:12 PM IST

संबंधित पोस्ट