facebookmetapixel
घने कोहरे की मार: दिल्ली समेत पूरे उतरी क्षेत्र में 180 से अधिक उड़ानें रद्द, सैकड़ों विमान देरी से संचालितनए साल पर होटलों में अंतिम समय की बुकिंग बढ़ी, पर फूड डिलिवरी करने वाले गिग वर्कर्स के हड़ताल से दबावबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, विदेश मंत्री एस जयशंकर ढाका जाएंगे अंतिम संस्कार मेंकमजोर गर्मी-लंबे मॉनसून के चलते 2025 में सुस्त रहा उपभोक्ता टिकाऊ सामान बाजार, पर GST कटौती से राहत‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बदला देश का सुरक्षा सिद्धांत, अब सीधे वार के लिए भारत तैयारउम्मीदों पर सवार ग्रामीण अर्थव्यवस्था! GST राहत और बढ़ी खपत ने संवारा, आय को लेकर उम्मीदें मजबूतMapmyIndia के मैपल्स ऐप में मेट्रो, रेल व बस रूट जुड़े, पब्लिक ट्रांसपोर्ट हुआ और आसान31 दिसंबर की गिग कर्मियों की हड़ताल से क्विक कॉमर्स पर संकट, जोमैटो-स्विगी अलर्ट मोड मेंAI से बदलेगा बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग उद्योग, कैपजेमिनाई-WNS डील ने खोली नई राहTata Power ने रचा इतिहास, राजस्थान में 1 गीगावॉट सौर परियोजना की सफल शुरुआत

यूएई के साथ समझौते को मंजूरी

Last Updated- December 08, 2022 | 5:46 AM IST

संयुक्त अरब अमीरात के साथ कारोबार, निवेश, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान प्रदान बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने दोनों देशों के बीच हवाई सेवा समझौते को मंजूरी दे दी।


इस समझौते के जरिए दोनों देशों के बीच कितनी भी उड़ानें भरी जा सकेंगी और दोनों ही देश एक दूसरे के साथ कारोबार समझौता और कोड शेयरिंग कर सकेंगे। इस समझौते पर जल्द ही हस्ताक्षर किया जाएगा।

इस समझौते को लेकर दोनों देशों के बीच इस साल फरवरी में चर्चा की गई थी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार यह नया समझौता मौजूदा हवाई सेवा समझौते (एएसए) की जगह लेगा जिस पर भारत और यूएई ने 21 मार्च 1989 को हस्ताक्षर किए थे।

इस बयान में बताया गया है कि मौजूदा एएसए आधुनिक नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) टेम्पलेट पर आधारित है। केंद्रीय मंत्रालय ने भारत-अरब सहयोग मंच के गठन के जरिए दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करने को भी मंजूरी दे दी है।

बयान में कहा गया है कि इस समझौते से भारत और अरब देशों में बीच संबंधों में मधुरता आएगी। इसके अलावा मंत्रिमंडल ने रेलवे मंत्रालय द्वारा संसद के दोनों सदनों में रेलवे कनवेंशन कमिटी (2004) की नौंवी रिपोर्ट को पेश करने की भी मंजूरी दे दी।

इस बयान में कहा गया है कि, ‘रेलवे मंत्रालय इसके जरिए रेलवे कनवेंशन कमिटी के सुझावों को लागू कर सकेगा।’

काकतिया परियोजना का प्रस्ताव मंजूर

आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमिटी (सीसीईए) ने सिंगरेणी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड की काकतिया लांगवाल परियोजना को मंजूरी दे दी।

आंध्र प्रदेश के वारंगल जिले की इस परियोजना के जरिए आंध्र प्रदेश ऊर्जा उत्पादन निगम और दूसरी इकाइयों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। इस परियोजना के लिए 453.63 करोड़ रुपये की पूंजी की आवश्यकता होगी।

कंपनी ने उक्त परियोजना पर कुल 620.03 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है।सीसीईए ने मंजूर लागत अनुमान के भीतर परियोजना को लागू करने में लचीलापन के लिए भी अपनी मंजूरी प्रदान की है।

First Published - November 27, 2008 | 10:20 PM IST

संबंधित पोस्ट