ऐपल के विजन प्रो को लेकर जबानी जंग छिड़ गई है। मेटा के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) मार्क जुकरबर्ग का मानना है कि यह कोई जादुई समाधान प्रदान नहीं करता है, जबकि तकनीकी विशेषज्ञ ईलॉन मस्क ने उसके मूल्य निर्धारण पर चुटकी ली है।
हाल ही में संपन्न वर्ल्डवाइड डेवलपर कॉन्फ्रेंस में ऐपल ने 3,499 डॉलर कीमत के साथ अपने पहले ऑग्मेंटेड रियलिटी एवं वर्चुटल रियलिटी (एआर/वीआर) हेडसेट विजन प्रो को उतारने की घोषणा की थी।
द वर्ज की खबर के अनुसार, मेटा की क्वेस्ट और आगामी क्वेस्ट 3 के संभावित प्रतिस्पर्धी के बारे में जुकरबर्ग ने कंपनी की एक बैठक में कहा कि विजन प्रो ने ऐसा कोई ‘जादुई समाधान’ नहीं दिया है जिसे मेटा ने पहले ही उपलब्ध न कराया हो। जुकरबर्ग ने कहा, ‘उन्होंने उच्च रिजॉल्यूशन डिस्प्ले का उपयोग किया है। उसे चलाने के लिए उन्होंने जो भी तकनीक लगाई है उसमें सात गुना अधिक खर्च ऊर्जा की खपत होती है। ऐसे में उसका उपयोग करने के लिए आपको एक बैटरी और एक तार की जरूरत होती है।’
मेटा क्वेस्ट की कीमत 499 डॉलर है जो ऐपल के विजन प्रो से काफी सस्ता है। खबरों के मुताबिक क्वेस्ट 3 की कीमत 500 डॉलर होने की उम्मीद है। इसका मतलब साफ है कि मेटा की नजर बाजार हिस्सेदारी हासिल करने पर है। बैठक में जुकरबर्ग ने कहा कि अब तक मेटा करोड़ों क्वेस्ट बेच चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि उनकी घोषणा वास्तव में मूल्य एवं दृष्टिकोण में उस अंतर को दर्शाती है जिसे हम वास्तव में महत्त्वपूर्ण समझते हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए नवाचार करते हैं कि हमारे उत्पाद सभी के लिए सुलभ और किफायती हों। यह हमारे कार्यों में प्रमुखता से शामिल होता है।’
विजन प्रो के लिए ऐपल की कीमत ने भी ईलॉन मस्क को अपने ट्विटर हैंडल पर मीम डालने के लिए प्रेरित किया। मीम में मशरूम की तस्वीर के साथ विजन प्रो पहने एक महिला की तस्वीर दिखाई गई है। मशरूम की तस्वीर की कीमत 20 डॉलर बताई गई है जबकि विजन प्रो की तस्वीर 3,499 डॉलर कीमत के साथ है। यह खबर लिखे जाने तक मस्क के ट्वीट को 5,45,000 से ज्यादा लाइक्स मिल चुके थे।
अधिक कीमत पर ऐपल का दांव अंचभित करने वाला है क्योंकि एआर/वीआर हैंडसेट के शिपमेंट में गिरावट दिख रही है। दुनिया भर में एआर/वीआर हैंडसेटी के तिमाही आंकड़ों पर नजर रखने वाली फर्म आईडीसी के अनुसार, एआर/वीआर हैंडसेट के कुल बाजार में कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली तिमाही के दौरान 54.4 फीसदी की गिरावट आई। इस दौरान कुल शिपमेंट में वीआर हैंडसेट की हिस्सेदारी 96.2 फीसदी थी।
एआर/वीआर हैंडसेट बनाने वाली शीर्ष पांच कंपनियों में मेटा 47.8 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ लगातार अग्रणी रही है। उसके बाद सोनी अपने पीएसवीआर 2 के साथ दूसरे पायदान पर रही। तिमाही के दौरान उसकी बाजार हिस्सेदारी 35.9 फीसदी रही। बाइटडांस (पिको) की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 6.1 फीसदी हो गई जो पिछले साल की समान अवधि में 4.4 फीसदी रही थी। डीपीवीआर और एचटीसी में से दोनों की बाजार हिस्सेदारी 2 फीसदी से कम रही।
भले ही जुकरबर्ग और मस्क ने कुछ भी कहा हो, मगर विश्लेषकों का मानना है कि ऐपल अब भी अग्रणी स्थिति में है। जेपी मॉर्गन की एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अधिक कीमत के कारण विजन प्रो की बिक्री रफ्तार भले ही कम हो लेकिन उसके पास एआर/वीआर बाजार को रफ्तार देने की क्षमता है। ऐपल ने पहले भी इसे साबित किया है जब ग्राहक उसके लिए अधिक कीमत देने के लिए भी तैयार दिखते थे। जाहिर तौर पर ऐपल की नजर मात्रात्मक बिक्री बढ़ाने के बजाय प्रीमियम ग्राहकों पर है।’