शुक्रवार को विप्रो का शेयर दिन के कारोबार में 1.26 फीसदी की तेजी के साथ बीएसई पर 253.1 रुपये की ऊंचाई पर पहुंच गया और आखिर में 0.54 फीसदी की गिरावट के साथ 248.60 रुपये पर बंद हुआ। आईटी सेवा की इस कंपनी के हर्मन की डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सॉल्युशंस (डीटीएस) इकाई के अधिग्रहण समझौते की वजह से कंपनी के शेयर में यह उतार-चढ़ाव देखा गया है। गुरुवार की शाम करीब 37.5 करोड़ डॉलर में विप्रो ने डीटीएस के अधिग्रहण की घोषणा की थी। इसकी तुलना में शुक्रवार को सेंसेक्स 0.85 फीसदी की गिरावट के साथ 81,306.85 पर बंद हुआ।
विप्रो-हर्मन अधिग्रहण समझौते के तहत 5,600 से ज्यादा डीटीएस कर्मचारियों (पूरे अमेरिका, यूरोप और एशिया समेत) को विप्रो में शामिल किया जाएगा। कंपनी का मानना है कि इस अधिग्रहण से विप्रो को नए जमाने की इंजीनियरिंग शोध एवं विकास (ईआरऐंडडी) सेवाएं मुहैया कराने के मिशन पर तेजी से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। यह अधिग्रहण नियामकीय मंजूरियों के अधीन है और इसके 31 दिसंबर 2025 तक पूरा हो जाने की संभावना है।
वैश्विक ब्रोकरेज नोमूरा के विश्लेषकों का मानना है कि इस अधिग्रहण से सैमसंग और हर्मन जैसे मौजूदा बड़े खातों में विप्रो को अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी। नोमूरा ने कहा, ‘हमारा अनुमान है कि अगर अधिग्रहण सफल रहता है तो खरीदी गई इकाई से वित्त वर्ष 2027 में विप्रो के राजस्व को 280 आधार अंक तक की मदद मिल सकेगी।’ नोमूरा ने इस शेयर के लिए 310 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग दी है।
एमके ग्लोबल फाइनैंशियल सर्विसेज ने अभी इस अधिग्रहण के असर का आकलन नहीं किया है। लेकिन उसके विश्लेषकों का मानना है कि इससे विप्रो के राजस्व में करीब 3 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है। हालांकि पहले साल समेकन की वजह से 50-60 आधार अंक का मार्जिन दबाव रह सकता है। ब्रोकरेज ने विप्रो के लिए 280 रुपये के लक्ष्य के साथ ‘घटाएं’ रेटिंग बनाए रखी है।
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जेएम फाइनैंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज ने भी कम मार्जिन प्रोफाइल (20-30 आधार अंक प्रभाव), जरूरी निवेश (10-15 आधार अंक) की वजह से कंपनी के एबिटा मार्जिन पर 50-60 आधार अंक का दबाव पड़ने का अनुमान लगाया है। ब्रोकरेज का कहना है, ‘पिछले तीन वर्षों में कंपनी का राजस्व सपाट बने रहना चिंताजनक है। इससे खासकर टेलीकॉम/आईएसवी/सेमीकॉन सब-सेगमेंट में डीटीएस के ग्राहकों पर दबाव का संकेत मिलता है।’
डीटीएस ने वर्ष 2024 में 31.5 करोड़ डॉलर का राजस्व कमाया था। उसने 85 फीसदी राजस्व सेवा खंड से और शेष उत्पाद बिक्री से हासिल किया। वहीं कैलेंडर वर्ष 2023 में डीटीएस का राजस्व 30.82 करोड़ डॉलर और कैलेंडर वर्ष 2022 में 31.4 करोड़ डॉलर था। नए समझौते के तहत विप्रो 37.5 करोड़ डॉलर में इस इकाई को खरीदेगी। जेएम फाइनैंशियल ने विप्रो के शेयर पर 320 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ अपनी ‘खरीदें’ रेटिंग बनाए रखी है।