घरेलू उड़ानों के लिए हवाई टिकट बेचने वाले ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल अब होटल, कार और हॉलीडे पैकेज बुकिंग की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
दरअसल, उनका कहना है कि हवाई टिकटों की बुकिंग पर मिलने वाला कमीशन बहुत कम हो गया है। ट्रैवलगुरु, क्लियरट्रिप, यात्रा और मेकमाईट्रिप जैसे पोर्टल अपनी आमदनी के लिए टिकटों की बुकिंग पर निर्भरता को कम करना चाहते हैं। यही वजह है कि वे दूसरे क्षेत्रों में हाथ आजमाने की तैयारी कर रहे हैं।
पोर्टलों के अधिकारियों का कहना है कि एयरलाइंस के टिकट बेचने पर जहां 5 फीसदी का लाभ होता है, वहीं होटल बुकिंग में 15-20 फीसदी का फायदा है। ट्रैवलगुरु के सीईओ और संस्थापक अश्विन दामेर का कहना है कि एयरलाइंस बिानेस हमारे लिए फायदे का सौदा नहीं रहा, इसलिए कंपनी होटल व्यवसाय को अपना रही है।
सच तो यह है कि वर्तमान में कंपनी की कुल आमदनी में से 90 फीसदी हिस्सा होटल बुकिंग और हॉलीडे पैकेज से आता है, जबकि पिछले साल एयर ट्रैवल की भागीदारी 70 फीसदी थी। दो साल पहले मेकमाईट्रिप के कुल व्यापार में एयर ट्रैवल का हिस्सा 95 फीसदी था, जबकि वर्तमान में यह घटकर 70 फीसदी रह गया है। शेष 30 फीसदी राजस्व होटल बुकिंग, हॉलीडे पैकेज आदि से आता है।
यात्रा पोर्टल की कुल आमदनी में से 17 फीसदी होटल बुकिंग, हॉलीडे पैकेज आदि से आता है, जिसे कंपनी अगले साल तक बढ़ाकर 30 फीसदी लाने की योजना बना रही है। यात्रा पोर्टल के सीईओ ध्रुव शृंगी का कहना है कि कंपनी के एयरलाइंस व्यवसाय में जहां 50 फीसदी की गिरावट आई है, वहीं पिछले छह महीने में होटल बुकिंग व्यवसाय में में 100 फीसदी का इजाफा हुआ है।
मेकमाईट्रिप के सीईओ दीप कालरा का कहना है कि एयरलाइंस टिकटिंग के कारोबार में मुनाफा बहुत कम है, ऐसे में हमें दूसरे विकल्प की ओर ध्यान देना पड़ रहा है। एयर टिकट बुक करने पर ट्रैवल कंपनी को बेसिक किराए का पांच फीसदी मिलता है, जबकि फ्यूल सरचार्ज को कमीशन में शामिल नहीं किया जाता है। कुल किराए में बेसिक किराया मात्र 30 फीसदी होता है।
दामेर का कहना है कि ऑनलाइन ट्रैपल कंपनियों को पांच फीसदी कमीशन मिलता है, जबकि उनमें से दो फीसदी (सरचार्ज भी शामिल) क्रेडिट कार्ड कंपनियों को देना पड़ता है। ऐसे में हमारा मुनाफा काफी कम हो जाता है। क्लियरट्रिप के उपाध्यक्ष (मार्केटिंग) नोएल स्वैन का कहना है कि होटल बुकिंग में कर का हिस्सा बहुत कम होता है, ऐसे में हमें ज्यादा मार्जिन मिलता है।
कई पोर्टल रोडवेज और रेलवे टिकट बुकिंग भी ऑफर कर रहे हैं। ईगो.1 ने बस बुकिंग के लिए पछले दिनों 270 बसों के ऑपरेटर रेडबस.कॉम के साथ समझौता किया है। मेकमाईट्रिप भी रेडबस, टिकटवाला और राज नेशनल एक्सप्रेस के साथ बस बुकिंग के लिए बात कर रही है। इसके साथ ट्रैवल पोर्टल कंपनियां रेलवे टिकट की बुकिंग सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे से बात कर रही हैं।
ट्रैवल पोर्टल हॉलीडे और होटल बुकिंग में ले रहा रुचि
एयर टिकट में 5 फीसदी कमीशन, होटल बुकिंग में 25-20 फीसदी का मुनाफा
रेलवे और बस टिकट उपलब्ध कराने की भी है योजना