हीरो ग्रुप की स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र की कंपनी हीरो फ्यूचर एनर्जीज (एचएफई) अपना आधार ब्रिटेन में स्थानांतरित करने वाली पहली भारतीय हरित ऊर्जा कंपनी बन गई है। इसका लक्ष्य भविष्य के विकास के लिए वैश्विक फंडों का इस्तेमाल करना है। यह फैसला पिछले अगस्त में उस वक्त फलीभूत हुआ था, जब प्रमुख निजी इक्विटी फंड केकेआर ने (मूल कंपनी हीरो ग्रुप के साथ) एचएफई में 45 करोड़ डॉलर का निवेश किया था।
मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में एचएफई द्वारा 10.8 करोड़ डॉलर का नुकसान दर्ज किए जाने के कुछ ही महीनों बाद यह फंड निवेश किया गया था। कंपनी ने यह भी सूचित किया कि 37.8 करोड़ डॉलर के संचयी घाटे की वजह से उसका कुल कारोबार पूरी तरह से संकुचित हो गया है और समूह की 57.8 करोड़ डॉलर की मौजूदा देनदारियां बैलेंस शीट की तारीख (31 मार्च, 2022) तक उसकी 26.4 करोड़ डॉलर की मौजूदा परिसंपत्ति से अधिक हो गई हैं।
एचएफई के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राहुल मुंजाल, जो वाहन क्षेत्र से हटकर कारोबार स्थापित करने वाले हीरो घराने के पहले व्यक्ति हैं, कंपनी की जोरदार वृद्धि के प्रति आश्वस्त हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि ‘रूढ़िवादी और सतर्क रूप से आशावादी बने रहना सबसे अच्छा है।
बिजनेस स्टैंडर्ड से बात करते हुए मुंजाल ने कहा कि केकेआर+हीरो ग्रुप के वित्त पोषण का दौर कर्ज चुकाने के लिए कम और मुख्य रूप से वृद्धि के लिए है।
मुंजाल ने कहा कि ब्रिटेन दुनिया में सबसे परिपक्व ऊर्जा बाजार है। हम ब्रिटेन को अपनी प्रायोगिक शुरुआत के रूप में देखते हैं। हम वहां जो छोटे स्तर पर करते हैं, उसे हम भारत में बड़े स्तर पर लेकर आते हैं।