दिग्गज माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) ने अपना योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) लॉन्च किया। कंपनी ने इसकी जानकारी एक एक्सचेंज फाइलिंग में दी।
इसके फंडराइजिंग समिति ने ₹461.26 प्रति शेयर का फ्लोर प्राइस तय किया है। क्यूआईपी के माध्यम से कंपनी ₹6,000 करोड़ जुटाना चाहती है। वहीं ओवर-सब्सक्रिप्शन की स्थिति में अतिरिक्त ₹2,000 करोड़ जुटाने का विकल्प है।
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एचडीएफसी लाइफ, एसबीआई लाइफ और व्हाइटओक उन संस्थानों में शामिल हैं जिन्होंने इसमें बोली लगाई है। कंपनी क्यूआईपी से जुटाए गए रुपयों का इस्तेमाल अपने कर्ज कम करने और कैपिटल एक्सपेंडिचर जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी।
बता दें कि इस साल मई की शुरुआत में कंपनी ने कर्ज कम करने के लिए 8,500 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना की घोषणा की थी। इस साल जून में इसे शेयरधारकों की मंजूरी भी मिल गई।
QIP: फंड जुटाने का प्रभावी तरीका
क्यूआईपी का उपयोग पब्लिकली कारोबार करने वाली कंपनियों द्वारा म्यूचुअल फंड, वेंचर कैपिटल फंड, बीमा कंपनियों और विदेशी संस्थागत निवेशकों के एक चुनिंदा समूह को शेयर या कनवर्टिबल सिक्योरिटीज जारी करके फंड जुटाने के लिए किया जाता है।
वेदांता की योजना
वेदांता इस समय कई विकास परियोजनाओं पर काम कर रहा है और आने वाले समय में करीब $8 बिलियन खर्च करने की योजना बना रहा है। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, कंपनी का इस वित्तीय वर्ष के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर का लक्ष्य $1.9 बिलियन है, जो कि पिछले साल के $1.4 बिलियन खर्च से एक तिहाई ज्यादा है।
मार्च के अंत तक, वेदांता पर कुल ₹56,338 करोड़ का शुद्ध कर्ज और 71,759 करोड़ रुपये का सकल कर्ज था।
शेयरों में एक्शन
खबर लिखे जाते समय, वेदांता का शेयर 0.50 बढ़त के साथ 461.75 पर कारोबार करता दिखा। वहीं, सोमवार को कंपनी का शेयर 2.72 फीसदी की तेजी के साथ 461.95 रुपये पर बंद हुआ। पिछले एक साल में कंपनी के शेयर में 62.74% की वृद्धि हुई है।