भारत के सबसे बड़े बिजनेस-टु-बिजनेस ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म उड़ान ने पूरे भारत और टियर-2 तथा टियर-3 शहरों एवं कस्बों में अपना दबदबा बढ़ाने की रणनीति बनाई है।
इस रणनीति के तहत बेंगलूरु की यह कंपनी अगले 12-15 महीनों के दौरान मिलों की संख्या दोगुनी करने की योजना बना रही है। ये मिलें उसके प्लेटफॉर्म के जरिये दलहन, अनाज,गेहूं, चावल और तेल की आपूर्ति करती हैं। यह विस्तार स्टैपल व्यवसाय में 45 प्रतिशत से ज्यादा की तिमाही वृद्धि की मदद से होगा। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी द्वारा कुल स्टैपल ढुलाई 1.97 लाख टन से ज्यादा रही।
कंपनी प्रति तिमाही करीब 100 मिलों के साथ भागीदारी करना चाहती है। मौजूदा समय में, उड़ान 500 से ज्यादा मिल भागीदारों के साथ काम करती है जो रिटेलरों और किराना स्टोर मालिकों को 10,000 एसकेयू (स्टॉक-कीपिंग यूनिट) की आपूर्ति करते हैं।
उड़ान में स्टैपल्स कैटेगरी के बिजनेस हेड अरविंद चारी ने कहा, ‘उड़ान मिलों के लिए उनके व्यवसाय बढ़ाने में भागीदार के तौर पर तेजी से उभर रही है। अगले 12 महीनों के दौरान, हम अपनी मिल भागीदारियों में सुधार लाना और अपने महत्वपूर्ण भागीदारों के लिए वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।’
भारत जैसे देश में, जहां व्यापार तंत्र बेहद अव्यवस्थित है, उड़ान रिटेलरों से ऑर्डरों को सुव्यवस्थित बनाकर चुनौतियों को दूर कर रही है। वह मांग को लेकर बेहतर स्पष्टता मुहैया करा रही है और मिलों को इन्वेंट्री प्रबंधन में मदद कर रही है।
समृद्ध एग्रो फूड इंडस्ट्रीज के निदेशक सचिन कर्मा का कहना है कि उड़ान से जुड़ने से पहले वह अपना माल सिर्फ स्थानीय बाजार में बेचने को बाध्य थे।