मुंबई के अंधेरी इलाके में स्थित श्रेया लाइफ साइंसेज, एक सामान्य फार्मास्युटिकल कंपनी की तरह दिखती है, लेकिन रूस को तकनीक बेचने के कारण यह कंपनी अब चर्चा में आ गई है। इससे अमेरिका और यूरोपीय संघ की चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि पश्चिमी देश रूस को ड्यूल-यूज तकनीक (ऐसी तकनीक जिसका इस्तेमाल सैन्य और नागरिक दोनों उद्देश्यों के लिए हो सकता है) तक पहुंच रोकने के प्रयास कर रहे हैं।
रूस को एडवांस तकनीक भेजने पर डेटा से खुलासा
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, श्रेया लाइफ साइंसेज ने अप्रैल से अगस्त 2024 के बीच रूस को Dell Technologies के 1,111 सर्वर निर्यात किए हैं। ये सर्वर, जिन्हें PowerEdge XE9680 कहा जाता है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए खासतौर पर डिज़ाइन किए गए हैं, जिनमें Nvidia या AMD द्वारा निर्मित उच्च-स्तरीय प्रोसेसर लगे होते हैं। 998 सर्वरों में Nvidia H100 चिप्स का इस्तेमाल हुआ था।
इन सर्वरों और चिप्स को अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस की सैन्य कंपनियों तक पहुंचने से रोकने के लिए प्रतिबंधित किया है। बावजूद इसके, श्रेया लाइफ साइंसेज ने सितंबर 2022 से लेकर अब तक कानूनी रूप से रूस को तकनीक बेची है। इस तकनीक की कुल कीमत करीब 300 मिलियन डॉलर आंकी गई है, और इसे रूस की दो प्रमुख कंपनियों, Main Chain Ltd. और I.S LLC ने खरीदा है।
मलेशिया के जरिए तकनीक की सप्लाई
हालांकि, व्यापार डेटा से यह भी पता चलता है कि श्रेया द्वारा बेचे गए ये तकनीकी उत्पाद वास्तव में मलेशिया से आए थे। मार्च से अगस्त 2024 के बीच भारत ने मलेशिया से 1,407 Dell सर्वर आयात किए। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने रूस में पुतिन से मुलाकात के दौरान एडवांस तकनीक और व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने की बात कही थी।
पश्चिमी देशों की चिंता
भारत के लिए रूस को तकनीक बेचने का यह बढ़ता व्यापार पश्चिमी देशों के लिए चिंता का विषय बन गया है। अमेरिकी और यूरोपीय संघ के अधिकारी हाल के महीनों में भारत आए और सरकार से आग्रह किया कि वह इन शिपमेंट को रोकने के लिए कदम उठाए। अमेरिकी डिप्टी ट्रेजरी सेक्रेटरी वॉली अडेयमो ने भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) को एक पत्र में चेतावनी दी कि जो भी विदेशी वित्तीय संस्थान रूस की सैन्य-औद्योगिक इकाइयों के साथ व्यापार करेंगे, उन पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमाक ने X (ट्विटर) पर लिखा कि पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद रूस को अब भी युद्ध के लिए जरूरी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिल रहे हैं। उन्होंने कहा, “किसी को भी यूक्रेनियों की जान से मुनाफा नहीं कमाना चाहिए।”
श्रेया का रूस से संबंध और वित्तीय संकट
श्रेया लाइफ साइंसेज की शुरुआत 1995 में मास्को में हुई थी। कंपनी के सीईओ सुजीत कुमार सिंह ने उस समय रूस के फार्मास्युटिकल बाजार में अपनी जगह बनाई जब सोवियत संघ के पतन के बाद बाजार लगभग खत्म हो गया था। श्रेया की मार्केटिंग और वितरण नेटवर्क ने उसे रूस में प्रमुख भूमिका में रखा। लेकिन 2014-15 में जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया, तो रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों और रूबल की गिरावट से श्रेया की कमाई पर बुरा असर पड़ा।
2015 में, श्रेया ने ₹190 करोड़ (23 मिलियन डॉलर) के बैंक लोन पर डिफॉल्ट किया। बैंक ऑफ इंडिया ने कंपनी के खिलाफ दिवालिया कानून के तहत मामला दर्ज किया, लेकिन यह मामला बाद में कोर्ट के बाहर सुलझा लिया गया। श्रेया ने 2019 तक आर्थिक स्थिति सुधार ली, लेकिन इसे सबसे बड़ा सहारा रूस के सरकारी बैंक Promsvyazbank PJSC से मिला, जो कि रूस की रक्षा इंडस्ट्री के लिए फंडिंग करता है।
तकनीकी उत्पादों में विस्तार
2022 में, श्रेया लाइफ साइंसेज ने पहली बार गैर-मेडिकल उत्पादों का निर्यात शुरू किया। सितंबर 2022 में इसने रूस को 755,333 डॉलर के कंप्यूटर हार्डवेयर का निर्यात किया, जिन्हें बाद में अमेरिकी प्रतिबंध लिस्ट में शामिल की गई रूसी कंपनी Lanprint Ltd. को बेचा गया। प्रतिबंध से पहले ही श्रेया ने Lanprint और Silkway LLC से संबंध तोड़ लिए थे और अब Main Chain को उत्पाद बेचना शुरू किया, जो अभी अमेरिकी प्रतिबंध लिस्ट में नहीं है।
Main Chain रूस में 2023 में रजिस्टर की गई थी, और इसके डायरेक्टर अनास्तासिया ओबुखोवा हैं। कंपनी कंप्यूटर उपकरणों की आयात और थोक बिक्री का काम करती है। श्रेया ने इसी कंपनी को Dell PowerEdge XE9680 सर्वर बेचे, जिनकी कीमत 260,000 डॉलर प्रति सर्वर थी। ये सर्वर ड्यूल-यूज वस्तुओं की लिस्ट में आते हैं, जिन पर रूस की सैन्य प्रणाली के इस्तेमाल को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए गए हैं।
Dell और अन्य कंपनियों का बयान
Dell ने कहा कि वह अपने वितरकों और पुनर्विक्रेताओं से सभी अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करने की उम्मीद करता है। Nvidia और AMD ने भी कहा कि वे निर्यात नियमों का पालन करते हैं और किसी भी उल्लंघन पर उचित कार्रवाई की जाती है।
श्रेया के अलावा, एक अन्य भारतीय कंपनी Hayers Infotech Private Limited ने भी रूस को तकनीकी उत्पाद बेचे हैं। श्रेया और Hayers Infotech ने मिलकर फरवरी 2022 से लेकर अब तक रूस को 434 मिलियन डॉलर मूल्य की तकनीकी वस्तुओं का निर्यात किया है। Hayers Infotech का रजिस्ट्रेशन श्रेया लाइफ साइंसेज के मुंबई ऑफिस के पते पर है। (ब्लूमबर्ग के इनपुट के साथ)