भारत में तीसरी सबसे बड़ी इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) कंपनी बिड़ला फर्टिलिटी ऐंड आईवीएफ अगले दो से तीन वर्षों में भारत के अलावा आसियान और मध्य पूर्वी बाजारों तक विस्तार करने की तैयारी कर रही है।
यह विस्तार कंपनी के घरेलू विस्तार के अनुरूप है, जिसके तहत उसने पूरे भारत में 500 करोड़ रुपये के निवेश की मदद से अपने केंद्रों की संख्या मौजूदा 50 से बढ़ाकर 100 करने की योजना बनाई है।
खासकर छोटे शहरों में बांझपन संबंधित उपचार की बढ़ती जरूरत को ध्यान में रखते हुए कंपनी टियर-2 और टियर-3 शहरों में अपने घरेलू विस्तार संबंधित प्रयासों पर जोर दे रही है। कंपनी पूरे भारत में दंपतियों के लिए बांझपन उपचार ज्यादा सुलभ बनाना चाहती है। देश में हरेक 6 दंपती में से एक को बांझपन की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
बिड़ला फर्टिलिटी ऐंड आईवीएफ के मुख्य कार्याधिकारी अभिषेक अग्रवाल ने कहा, ‘हमारा उद्देश्य न सिर्फ सबसे बड़ा बनना बल्कि भारत के साथ साथ दुनियाभर में श्रेष्ठ प्रजनन स्वास्थ्य संस्थान भी बनना होगा।’ सीके बिड़ला समूह की यह कंपनी हब-एंड-स्पोक मॉडल पर काम करती है। ़
इसके तहत प्रमुख शहरों में उसके बड़े, पूरी तरह से सुविधा संपन्न केंद्र और टियर-2 और टियर-3 शहरों में छोटे क्लीनिक हैं, क्योंकि बांझपन संबंधित उपचार चाहने वाले दंपतियों की संख्या खासकर छोटे शहरों में बढ़ रही है, क्योंकि वहां ऐसे विशेष क्लीनिकों का अभाव है। बांझपन चिंता का विषय है, क्योंकि अनुमान है कि भारत में 2.8 करोड़ दंपती गर्भधारण करने में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।