रिलायंस जियो वित्त वर्ष 2024 के अंत तक सभी शहरों और 6,000 से अधिक तहसीलों को कवर कर कम से कम 100 करोड़ 5G ग्राहक बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। 5G पर काम कर रहे सूत्रों का कहना है कि दिसंबर तक इन जगहों पर 100 प्रतिशत कवरेज का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। इस वक्त रिलायंस जियो 240 शहरों में 5G सेवाएं देती है।
कंपनी से फिलहाल कुल 42.3 करोड़ ग्राहक जुड़े हैं। जियो ने अधिक से अधिक ग्राहकों को 5जी अपनाने को लेकर अपील की थी और इसके अलावा जियो ( प्रतिस्पर्धी कंपनी भारती एयरटेल) ने अपने 4जी टैरिफ पर कोई प्रीमियम वसूलने से परहेज किया है।
रिलायंस जियो के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। 5जी सेवाओं की शुरुआत पिछले अक्टूबर में शुरू की गई और पांच महीने के भीतर जियो और एयटेल के कुल सबस्क्राइबरों की संख्या बढ़कर दो करोड़ हो गई।
एयरटेल अपने प्रतिस्पर्धियों से पिछड़ रही है हालांकि यह 90 शहरों को कवर करने में कामयाब रही है। एयरटेल के सूत्रों का कहना है कि इसका एक कारण यह है कि कंपनी किसी शहर में सेवाओं के लॉन्च की घोषणा करने से पहले न्यूनतम 25 प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करना चाहती है।
एयरटेल ने कहा कि मार्च 2024 के अंत तक 90 शहरों की संख्या बढ़कर 300 शहर तक हो जाएगी। इसका जोर उन शहरों पर है जहां 4G की मांग और खपत अधिक है और ग्राहकों के 5G में स्थानांतरित होने की अधिक संभावना है।
दोनों प्रतिस्पर्धी कंपनियों की रणनीति अलग है क्योंकि उनके ग्राहकों का आधार अलग हैं। जियो के करीब 42.3 करोड़ ग्राहक 4G से जुड़े हैं जिसमें पहले के 2G या 3G ग्राहक शामिल नहीं है। अब 4G ग्राहक ही 5G की ओर बढ़ रहे हैं।
इसके विपरीत, एयरटेल के पास बहुत कम 4G ग्राहक हैं और इनकी संख्या लगभग 21.6 करोड़ ग्राहक हैं जो तकरीबन जियो के ग्राहकों का आधा हिस्सा है। बाकी में 2G के ग्राहक (कुल 33.2 ग्राहकों का उप-आधार है)। एयरटेल के सीईओ गोपाल विट्ठल ने कहा है कि कंपनी 4G के उपयोगकर्ताओं को 5G में स्थानांतरित होने पर ध्यान दे रही है।
देश में मोबाइल का दायरा भी बढ़ रहा है। इंडिया सेल्युलर ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के सीमित अनुमानों के अनुसार, ग्राहकों के पास पहले से ही 5G सेवाओं से लैस 11 करोड़ फोन हैं और इस साल निर्यात हुए लगभग 50 प्रतिशत फोन 5G से लैस होंगे।
विभिन्न मोबाइल निर्माताओं के पास 5जी से लैस मोबाइल के 200 से अधिक मॉडल उपलब्ध हैं। ओमडिया जैसी शोध एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक वर्ष 2026 तक भारत के 5G ग्राहकों की संख्या बढ़कर 36.9 करोड़ हो सकती है। हालांकि ग्लोबलडेटा ने यह आंकड़ा कम करके 32.9 करोड़ बताया है जो भारत के ग्राहक आधार का लगभग एक-तिहाई से एक-चौथाई तक है।
ग्लोबलडेटा के राजस्व रुझान के मुताबिक 5G सेवाओं से करीब 9 अरब डॉलर की कमाई होगी और यह कुल मोबाइल राजस्व का करीब 37.7 फीसदी तक है।