भारती एयरटेल (Bharti Airtel) का कहना है कि ऑपरेटर बदलने का ग्राहकों का रुझान अब कम हो गया है। अगली दो तिमाहियों में इसके स्थिर होने के आसार हैं।
एयरटेल के प्रबंध निदेशक गोपाल विट्ठल ने कंपनी के नतीजों के बाद मंगलवार को विश्लेषकों को यह जानकारी दी। उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र के लिए लगाई गई पूंजी पर रिटर्न (आरओसीई) बढ़ाने के लिए एक बार फिर दरें बढ़ाने का सुझाव दिया है।
विट्ठल ने कहा, ‘जैसा कि पहले देखा गया है, ये रुझान दो तिमाहियों के बाद सामान्य हो जाते हैं। हमें पहले ही नजर आ रहा है कि अब स्थिति सामान्य हो चुकी है। अक्टूबर से ही हम देख रहे हैं कि ग्राहक वापस आ रहे हैं और ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है। तिमाही के दौरान हमने 42 लाख स्मार्टफोन ग्राहक जोड़े हैं। पोस्टपेड के शुद्ध ग्राहक करीब 8 लाख पर बरकरार हैं।’
जुलाई में दूरसंचार उद्योग में दर वृद्धि का खासा असर एयरटेल की ग्राहक संख्या पर पड़ा था और वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर तिमाही) में उसके ग्राहकों की संख्या 20 लाख घटकर 40.7 करोड़ रह गई थी। यह बाजार की दिग्गज कंपनी जियो से कम थी, जिसके दूसरी तिमाही में 1.09 करोड़ ग्राहक कम हो गए थे।
एयरटेल की मासिक कमी 3.2 फीसदी रही जो जियो के 2.8 फीसदी से अधिक है। विट्ठल ने यह भी उल्लेख किया कि अभी भी आरओसीई 11.2 फीसदी पर बहुत कम है और इसे सुधारना का एकमात्र उपाय दरों में फिर से वृद्धि करना ही है।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में एयरटेल का शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 168 फीसदी बढ़कर 3,593 करोड़ रुपये रहा जो बीते वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 1,340 करोड़ रुपये था।