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भारतीय बाजार पर ध्यान केंद्रित करेगी TCS, आय दोगुना करने की तैयारी

इससे कंपनी को तेजी से उभरते बाजारों को भुनाने और वैश्विक अनिश्चितता के कारण लगातार दिख रहे उथल-पुथल से निपटने में मदद मिलेगी।

Last Updated- November 26, 2024 | 10:52 PM IST
TCS

देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज भारत सहित उभरते बाजारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इससे कंपनी को तेजी से उभरते बाजारों को भुनाने और वैश्विक अनिश्चितता के कारण लगातार दिख रहे उथल-पुथल से निपटने में मदद मिलेगी। इसी रणनीति के तहत टीसीएस अपने नेतृत्व में बदलाव पहले ही कर चुकी है। साथ ही उसने इन बाजारों के लिए एक विशेष इकाई बनाई है जिसे न्यू ग्रोथ मार्केट्स (एनजीएम) कहा गया है। इनमें भारत, लैटिन अमेरिका, न्यूजीलैंड, ए​शिया प्रशांत, प​श्चिम ए​शिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे तेजी से उभरते बाजार शामिल होंगे।

टीसीएस ने वृद्धि की इस रणनीति को आगे बढ़ाने और इस पहल का नेतृत्व करने के लिए गिरीश रामचंद्रन को नियुक्त किया है। रामचंद्रन को अध्यक्ष (ग्रोथ मार्केट एवं सार्वजनिक सेवा) पद पर नियुक्त किया गया है। इससे पहले वह एशिया प्रशांत क्षेत्र में कंपनी के कारोबार का नेतृत्व कर रहे थे।

रामचंद्रन भारत एवं उभरते बाजार के लिए कंपनी की रणनीति को आगे बढ़ाएंगे। मगर वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं कारोबार प्रमुख (भारत में सार्वजनिक सेवाएं) तेज पॉल भटला और अध्यक्ष (भारतीय कारोबार एवं रणनीतिक खाते- ग्रोथ मार्केट) उज्ज्वल माथुर रामचंद्रन को रिपोर्ट करेंगे। टीसीएस ने इस बाबत जानकारी के लिए भेजे गए ईमेल का खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं दिया।

एक सूत्र ने कहा, ‘समूह के स्तर पर ऐसा माना जा रहा है कि कंपनी के लिए भारत एक बड़ा बाजार बनने जा रहा है। यह ब्लिट्ज 2024 के प्रमुख मुद्दों में भी शामिल था। वहां एन चंद्रशेखरन ने कहा था कि कंपनी के लिए भारत पर अ​धिक ध्यान देने की जरूरत है।’ ब्लिट्ज कंपनी के वरिष्ठ नेतृत्व का वार्षिक सम्मेलन है जहां भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा की जाती है।

कंपनी की कुल आय में भारतीय बाजार का योगदान वित्त वर्ष 2024 के अंत में 5.6 फीसदी रहा था। उस साल भारतीय बाजार से कंपनी की कुल आय 13,562 करोड़ रुपये रही। पिछले 18 महीनों के दौरान भारतीय बाजार से कंपनी की आय बढ़कर करीब 23,977 करोड़ रुपये हो चुकी है। टीसीएस के नेतृत्व की नजर भारतीय बाजार से प्राप्त आय को दोगुनी करने पर है।

वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद बिज़नेस स्टैंडर्ड से खास बातचीत में कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्या​धिकारी के कृ​त्तिवासन ने भी इन बातों को उजागर किया था। उन्होंने कहा था, ‘भारत में हमारे पास सरकारी और गैर-सरकारी दोनों क्षेत्र में ग्राहक मौजूद हैं। हमने बड़ी सार्वजनिक सेवा परियोजनाओं पर सरकार के साथ भागीदारी की है।’

कृत्तिवासन ने कहा, ‘हम सार्वजनिक क्षेत्र के लगभग सभी बड़े बैंकों के साथ काम कर रहे हैं। यहां हम बीएफएसआई क्षेत्र से अधिक जुड़े हुए हैं, लेकिन अब हमारा ध्यान इस क्षेत्र से आगे जाने पर है।’

कृत्तिवासन ने यह भी कहा था, ‘उभरते बाजार की कहानी केवल भारत तक सीमित नहीं है। हमने आसियान देशों में भी सौदे हासिल किए हैं। अब उसका दायरा केवल सिंगापुर एवं हॉन्ग कॉन्ग तक ही सीमित नहीं है। हमने मलेशिया और थाईलैंड में भी कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं और वहां तेजी कारोबार का विस्तार कर
रहे हैं।’

उभरते बाजार और विशेष रूप से भारत अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। ऐसे में इन देशों पर ध्यान केंद्रित करना स्वाभाविक है। वित्त वर्ष 2024 में टीसीएस की वृद्धि को उभरते बाजारों से सबसे अधिक रफ्तार मिली।

कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, एक साल पहले के मुकाबले भारत में 20.3 फीसदी, लैटिन अमेरिका में 21.1 फीसदी, पश्चिम एशिया एवं अफ्रीका में 14.8 फीसदी और एशिया प्रशांत में 4 फीसदी की वृद्धि हुई। इसके मुकाबले अमेरिका में 2.3 फीसदी और ब्रिटेन में 17.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।

चालू वित्त वर्ष की पहली दो तिमाहियों में भी यह वृद्धि बरकरार रही। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में भारतीय बाजार में एक साल पहले के की समान अवधि के मुकाबले स्थिर मुद्रा पर 61.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। दूसरी तिमाही में भारत 95.2 फीसदी वृद्धि के साथ अग्रणी बाजार रहा। इस वृद्धि को मुख्य तौर पर बीएसएनएल सौदे से रफ्तार मिली।

गार्टनर की एक हालिया व्यय रिपोर्ट से भी भारतीय बाजार में वृद्धि की पुष्टि हुई है। उसमें कहा गया है कि ऐप्लिकेशन एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर सॉफ्टवेयर बाजार में विस्तार के कारण भारत में सॉफ्टवेयर खर्च जबरदस्त वृद्धि दर दर्ज होने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार, सॉफ्टवेयर खर्च में 17 फीसदी तक वृद्धि दिख सकती है। इसके अलावा, आईटी सेवा खर्च में 11.4 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है।

First Published - November 26, 2024 | 10:48 PM IST

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