टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (TCS) ने 11 अक्टूबर को वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही (FY24Q2) के लिए रिजल्ट्स जारी किए। इस दिग्गज IT कंपनी के आंकड़े काफी अनिश्चितता की ओर इशारा करते हैं। सितंबर तिमाही में कंपनी की परफॉर्मेंस एक तिमाही पहले के मुकाबले बेहतर रही है लेकिन आंकड़ों से चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि में नरमी के संकेत मिलते हैं। ऐसे में आइये देखते हैं कि दूसरे प्रतिस्पर्धियों से पहले अपने रिजल्ट्स जारी करने वाली IT कंपनी के नतीजों के पांच मेन पॉइंट्स :
जब भी शेयरहोल्डर्स या कंपनियों की परफॉर्मेंस पर नजर बनाए रखने वाले लोग उसके रिजल्ट्स को देखते हैं तो सबसे पहले कंपनी के नोट मुनाफा की ओर उनका ध्यान जाता है। IT कंपनी TCS ने एक तिमाही पहले के मुकाबले 2.42 फीसदी के साथ का मुनाफा दर्ज किया। तिमाही के दौरान कंपनी की इनकम भी एक साल पहले के मुकाबले 7.9 फीसदी बढ़कर 59,692 करोड़ रुपये हो गई। हालांकि अगर इनकम की बात करें तो यह पिछली तिमाही के मुकाबले मामूली वृद्धि है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का नेट प्रॉफिट चालू वित्त वर्ष की सितम्बर तिमाही में सालाना आधार पर 8.7 प्रतिशत बढ़ गया, देश की नंबर 1 आईटी कंपनी कंपनी TCS ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 11,342 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है।
बता दें कि इनकम और नेट मुनाफा दोनों मोर्चे पर TCS की परफॉर्मेंस ब्लूमबर्ग के अनुमानों से कमतर रहा। ब्लूमबर्ग ने TCS के लिए 60,353 करोड़ रुपये की इनकम पर 11,409 करोड़ रुपये के नेट मुनाफा का अनुमान जताया था।
TCS का ऑपरेशन से नेट रेवेन्यू (TCS Net Revenue) चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर (YoY) 7.9 प्रतिशत बढ़कर 59,692 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 55,309 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी का प्रॉफिट 9.1 प्रतिशत बढ़कर 14,483 करोड़ रुपये हो गया, जबकि ऑपरेशन मार्जिन 25 बीपीएस बढ़कर 24.3 प्रतिशत हो गया।
TCS के बोर्ड ने 4,150 करोड़ रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 17,000 करोड़ रुपये के शेयरों की बॉयबैक करने की भी घोषणा की है। यह 2017 के बाद कंपनी का पांचवां बॉयबैक है।
इसके अलावा TCS ने 1 रुपये प्रति इक्विटी शेयर पर 9 रुपये के डिविडेंड की भी ऐलान किया है। इसके लिए रिकॉर्ड तिथि 9 अक्टूबर, 2023 होगी जबकि भुगतान की तारीख 7 नवंबर, 2023 है। यानी इसमें कहा गया है कि इसका भुगतान 7 नवंबर, 2023 को उन इक्विटी शेयरधारकों को किया जाएगा, जिनके नाम कंपनी के सदस्यों के रजिस्टर या डिपॉजिटरी के रिकॉर्ड में 19 अक्टूबर को दिखाई देते हैं।
TCS ने कहा कि जुलाई-सितंबर की अवधि के लिए उसकी ऑर्डर बुक 11.2 अरब डॉलर थी, जो कि एक साल पहले किए गए 8.1 अरब डॉलर के सौदे से 38 फीसदी ज्यादा है।
बता दें कि कंपनी अपने प्रतिस्पर्धियों के बीच तिमाही नतीजों की रिपोर्ट करने वाली पहली कंपनी है। कंपनी के नतीजे 245 अरब डॉलर के सेक्टर के लिए दिशा तय करेंगे, जो इसके प्रमुख बाजारों अमेरिका और यूरोप में अनिश्चित मांग के माहौल का सामना कर रहा है।