भारत के प्रतिष्ठित व्यावसायिक घरानों में से एक टाटा समूह ने अमेरिका में प्रबंधन के गुर सीख रहे 19 छात्रों को समर इंटर्नशिप के लिए भारत आने का न्यौता दिया है।
टाटा ने पिछले साल भी 7 अमेरिकी छात्रों को बुलाया था। टाटा सन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष(ग्रुप एचआर) सतीश प्रधान ने बताया कि 19 लोगों की यह इंटर्नशिप नौकरी में बदलने की पूरी की पूरी संभावना है।
टाटा समूह को कुल 114 अर्जियां मिली थीं जिसमें से 33 हावर्ड विश्वविद्यालय के छात्रों के आवेदन थे। कैलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के 35 छात्रों ने आवेदन किया जबकि बाकी की अर्जियां शिकागो जीएसबी,स्टैनफर्ड जीएसबी और वार्टन बिजनेस स्कूल से आई थी। गौरतलब है कि पिछले साल इस इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए टाटा को केवल 50 आवेदन ही मिले थे।
एक भारतीय व्यावसायिक घराने में इंटर्नशिप हासिल करने की यह चाहत, भारतीय कॉरपोरेट जगत की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती धाक की ओर संकेत करती है।
विभिन्न क्षेत्रों की करीब 100 कंपनियों के मालिक टाटा समूह ने 2005 में टाटा एडवांस्ड इंटर्नशिप कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसका मकसद था अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद योग्यता को भारत बुलाना। कंपनी अपने उच्च अधिकारियों को इन बिजनेस स्कूलों में अतिथि वक्ता के रूप में भी भेज रही है।
प्रधान कहते हैं कि अर्जियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की वजह जहां एक ओर कंपनी के अपने प्रयास हैं वहीं इसका दूसरा कारण भी है। अब विदेशी छात्र तेजी से विकसित हो रही भारतीय अर्थव्यवस्था में काम करना चाहते हैं।
इसके अलावा समर इंटर्नशिप में विदेशी छात्रों की दिलचस्पी का विदेशों में पैर पसार रही भारतीय कंपनियों से भी है।
उदाहरण के लिए टाटा ने 2007 में यूरोप की दूसरी सबसे बड़ी इस्पात कंपनी कोरस का अधिग्रहण किया और उसका कारोबार 2000 अरब का आंकड़ा पार कर गया।
