रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशंस देने वाली प्रमुख कंपनी सुजलॉन एनर्जी ने 12 अगस्त को अपनी पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजे जारी किए। कंपनी ने इस तिमाही में 7.3% की बढ़ोतरी के साथ 324.3 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल किया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 302.3 करोड़ रुपये था। यह उछाल मुख्य रूप से बढ़े हुए रेवेन्यू की वजह से आया। इस तिमाही कंपनी का कुल ऑपरेशनल रेवेन्यू 55% बढ़कर 3,132 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 2,021 करोड़ रुपये था। कुल आय भी 2,044.35 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,165.19 करोड़ रुपये हो गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर आज 0.16% की गिरावट के साथ 63.22 रुपये पर बंद हुए।
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सुजलॉन ने इस तिमाही में 1 गीगावाट के नए ऑर्डर हासिल किए, जिससे इसका कुल ऑर्डर बुक 5.7 गीगावाट तक पहुंच गया। कंपनी ने पिछले 10 तिमाहियों से लगातार अपने ऑर्डर बुक में बढ़ोतरी दर्ज की है और Q1 में अब तक की सबसे ज्यादा 444 मेगावाट की डिलीवरी की। कंपनी का EBITDA 62.4% बढ़कर 598.2 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 368.3 करोड़ रुपये था। EBITDA मार्जिन भी 18.2% से सुधरकर 19.1% हो गया।
कंपनी के ग्रुप CFO हिमांशु मोदी ने बताया कि पिछले तिमाही में 630 करोड़ रुपये का डिफर्ड टैक्स एसेट्स दर्ज किया गया था, जिसके कारण इस तिमाही में 134 करोड़ रुपये का डिफर्ड टैक्स चार्ज लगा।
इसके अलावा, कंपनी के बोर्ड ने विनोद आर तांती को चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में और गिरीश आर तांती को एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में 7 अक्टूबर 2025 से 6 अक्टूबर 2030 तक के लिए नियुक्ति और वेतन को मंजूरी दी। यह मंजूरी शेयरधारकों की सहमति के अधीन है। कंपनी ने यह भी बताया कि ग्रुप CFO हिमांशु मोदी ने 31 अगस्त 2025 से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सुजलॉन ने कहा कि वह जल्द ही नए CFO की नियुक्ति की प्रक्रिया में है।