भारत की सबसे बड़ी दवा कंपनी सन फार्मास्यूटिकल्स इंडस्ट्रीज का शेयर शुक्रवार को 2.15 फीसदी चढ़कर बंद हुआ। सुबह के कारोबार में कंपनी का शेयर करीब 5 फीसदी तक चढ़ गया था। शेयर में तेजी इस घोषणा के बाद आई कि एक अदालत ने कंपनी की एलोपेसिया की दवा लेक्सेलवी को अमेरिका में लॉन्च करने का रास्ता साफ कर दिया है।
पेटेंट पर करीब एक साल चली कानूनी लड़ाई के बाद फेडरल सर्किट के लिए अमेरिका की कोर्ट ऑफ अपील्स ने अमेरिका में लेक्सेलवी को लॉन्च करने को हरी झंडी दे दी। बाजार अनुमानों के मुताबिक वित्त वर्ष 2026 में सन फार्मा की बिक्री में लेक्सेलवी की 9 करोड़ डॉलर और वित्त वर्ष 2027 में 12.5 करोड़ डॉलर हिस्सेदारी होने की उम्मीद है। सन फार्मा ने कहा कि वह सही समय पर लॉन्च योजनाओं के बारे में बताएगी।
लेक्सेलवी और ड्यूरोक्सोलिटिनिब का उपयोग एलोसेपिया एरीटा के उपचार में किया जाता है। यह एक ऑटो इम्यून बीमारी है, जिसमें बाल झड़ते हैं और इससे अमेरिका की करीब 2.5 फीसदी आबादी प्रभावित है। सन फार्मा को इस दवा की मार्केटिंग के लिए पांच वर्ष का अधिकार मिला है।
कंपनी ने गुरुवार देर रात बंबई स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी थी कि अमेरिका की कोर्ट ऑफ अपील्स ने दवा की पेशकश पर प्रारंभिक रोक हटा दी है। कंपनी ने बयान में कहा, ‘हालांकि, इनसाइट कॉरपोरेशन और कंपनी के बीच मुकदमा जारी है। लेकिन प्रारंभिक स्थगन हटा लिया गया है।’
अमेरिकी अदालत ने न्यू जर्सी जिला न्यायालय के फैसले के खिलाफ कंपनी की अपील पर मौखिक दलीलें सुनी। न्यू जर्सी अदालत ने पहले अमेरिका में लेक्सेलवी (ड्यूरुक्सोलिटिनिब) की लॉन्च पर शुरुआती रोक लगा दी थी। कंपनी ने कहा कि मौखिक दलीलें समाप्त होने के तुरंत बाद 9 अप्रैल को कोर्ट ऑफ अपील्स ने कंपनी के पक्ष में फैसला दिया और प्रारंभिक रोक को तत्काल हटा दिया।