बाजार से रकम कमाकर दौलत के अंबार लगाने वाले भारतीय अरबपति अपने ही देश के बाजार में लुट गए।
दुनिया के सबसे अमीर लोगों की फेहरिस्त में शुमार हुए अभी उन्हें जुम्मा-जुम्मा चार दिन ही हो पाए थे कि दरकते शेयर बाजार ने उनसे तकरीबन 800 अरब रुपये लूट लिए।
प्रतिष्ठित अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स ने पिछले हफ्ते ही सबसे अमीर भारतीयों के नामों का ऐलान किया था।
इसमें शामिल हिंदुस्तानी कारोबारी 5 मार्च को हुए ऐलान के बाद जी भरकर मुस्करा भी नहीं पाए थे कि शेयर बाजार ने उनकी कंपनियों की कीमत में इतनी भारी कमी कर दी। अब तो शायद कुछ हफ्तों या महीनों तक वे मुस्करा भी नहीं पाएंगे।
फोर्ब्स ने भारत से कुल 53 अरबपतियों को चुना था, जिनके पास कुल 13,640 अरब रुपये की संपत्ति बताई गई थी। इसमें भी 10 सबसे धनी भारतीयों के पास 9,120 अरब रुपये थे।
लेकिन कमजोर शेयर बाजार फोर्ब्स की फेहरिस्त की भी इज्जत नहीं कर पाया। इन दसों भारतीयों के खाते से सूची जारी होने के बाद तकरीबन 5 फीसदी रकम निकल गई।
फोर्ब्स की सूची में 10 सबसे धनी भारतीय लक्ष्मी मित्तल, मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, के. पी. सिंह, शशि एवं रवि रुइया, अजीम प्रेमजी, सुनील मित्तल, कुमार मंगलम बिड़ला, रमेश चंद्रा और गौतम अदानी हैं। इनमें पहले 4 तो दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों में शामिल हैं।
यह सूची 5 मार्च को जारी हुई। अगले दिन शिवरात्रि थी और देश भर के शेयर बाजार बंद थे। इस तरह सूची जारी होने के बाद हफ्ते में केवल 1 दिन यानी 7 मार्च को शेयर बाजार में कारोबार हुआ।
यह एक दिन ही अरबपतियों पर बहुत भारी पड़ा। शुक्रवार के दिन मानो उन पर ‘शनीचर’ आ गया और उनकी कंपनियों के शेयर औंधे मुंह गिर पड़े।
अगर रिलायंस कम्युनिकेशंस और भारती एयरटेल को छोड़ दें, तो कोई भी बड़ी कंपनी अपने शेयरों को बचा नहीं पाई।
नुकसान की बात की जाए, तो सबसे ज्यादा झटका मित्तल की कंपनी आर्सेलर मित्तल को हुआ।
कंपनी को विभिन्न शेयर बाजारों में तकरीबन 36,000 करोड़ रुपये गंवाने पड़े। अनिल अंबानी के समूह को 15,300 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। बड़े भाई मुकेश भी बच नहीं पाए और उनकी तमाम कंपनियों के खातों से 10,500 करोड़ रुपये घट गए।
उनके अलावा रमेश चंद्रा की कंपनी यूनिटेक के शेयरों को लगभग 5,000 करोड़ रुपये का झटका लगा।
के पी सिंह के डीएलएफ समूह और कुमार मंगलम बिड़ला के समूह को भी 4-4 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। अजीम प्रेमजी की विप्रो ने 2,300 करोड़ रुपये गंवाए और गौतम अदानी के खजाने से भी 1,800 करोड़ रुपये निकल गए।
दुनिया भर के शेयर बाजारों में दो दिन और भारत में एक दिन के कारोबार में 10 सबसे धनी भारतीयों को जो नुकसान हुआ है, उसमें सबसे बड़ी चपत तो मित्तल को ही लगी है।
मित्तल के तकरीबन 16,400 करोड़ रुपये इस गिरावट में स्वाहा हो गए। अंबानी बंधुओं के हाल भी अच्छे नहीं रहे। अनिल की जेब से 8,000 करोड़ और मुकेश के बटुए से 4,000 करोड़ रुपये निकल गए।
किस्मत के धनी केवल सुनील भारती मित्तल कहे जाएंगे।
जहां सभी कंपनियों के शेयर गिर रहे थे, भारती एयरटेल का परचम लहरा रहा था। हालांकि कंपनी के शेयरों में 7 मार्च को महज 0.15 फीसदी का सुधार दर्ज किया गया, लेकिन मित्तल के लिए यह चोखा फायदा रहा।
मित्तल की दौलत में उसी दिन करीब 60 करोड़ रुपये का इजाफा हो गया।
शेयर बाजार ने जमकर लूटा
अरबपति नुकसान (करोड़ रुपये)
लक्ष्मी मित्तल 36,000
अनिल अंबानी 15,300
मुकेश अंबानी 10,500
रमेश चंद्रा 5,000
के. पी. सिंह 4,000
के. एम. बिड़ला 4,000