भारतीय एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट (Spicejet) ने आज यानी 28 फरवरी को जानकारी दी कि उसने विमान पट्टे पर देने वाली कंपनी सेलेस्टियल एविएशन (Celestial Aviation) को 29.9 मिलियन डॉलर यानी करीब 250 करोड़ रुपये अदा कर दिया है और बातचीत के जरिये विवाद को सुलझा लिया है।
AerCap की सब्सिडियरी कंपनी SpiceJet ने Celestial Aviation के साथ समझौता कर मुकदमेबाजी से बचते हुए अपने 250 करोड़ रुपये के विवाद को शांतिपूर्वक ढंग से सुलझा लिया है। स्पाइसजेंट ने इस मामले के सेटलमेंट की वजह से करीब 235 करोड़ रुपये बचा लिए हैं।
एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में एयरलाइन ने बताया कि दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह NCLT की एक बेंच को यह जानकारी दी थी कि सेटलमेंट की शर्तें पूरी हो गई हैं और साथ ही विवाद को खत्म करने का अनुरोध भी किया। ट्रिब्यूनल ने मामले को खत्म करने की मंजूरी भी दे दी है। यह मामला अब 1 मार्च, 2024 को औपचारिक रूप से वापस ले लिया जाएगा।
एक्सचेंजों को जानकारी देते हुए स्पाइसजेट ने बताया की ने हाल ही में एरीज़ अपॉर्चुनिटीज फंड लिमिटेड (Aries Opportunities Fund Limited ) और एलारा इंडिया अपॉर्चुनिटीज फंड लिमिटेड (Elara India Opportunities Fund Limited) जैसे बड़े निवेशकों के साथ एक तरजीही इश्यू (preferential issue) के जरिये कुल 1060 करोड़ रुपये का फंयड जुटाया है। इन फंडों का एक हिस्सा कंपनी की तरफ से लिए गए कर्ज को खत्म करने के लिए उपयोग में लाया जाएगा।
कंपनी ने 23 फरवरी, 2024 को बताया था ‘SpiceJet के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की तरजीही आवंटन समिति ने 21 फरवरी 2024 को एरीज अपॉर्चुनिटीज फंड लिमिटेड सहित दो निवेशकों को तरजीही आधार पर 4.01 करोड़ इक्विटी शेयर के आवंटन को मंजूरी दे दी है।
SpiceJet के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (MD) अजय सिंह ने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि स्पाइसजेट और सेलेस्टियल एविएशन ने आपसी समझौते के माध्यम से हमारे 29.9 मिलियन डॉलर के विवाद को सफलतापूर्वक हल कर लिया है।’
गौरतलब है कि दोनों कंपनियों के बीच मामला सुलझने की चर्चा पिछले कई दिनों से चल रही थी। स्पाइसजेट ने पिछले साल अक्टूबर में NCLT को बताया था कि वह सेलेस्टियल के साथ समझौते की राह तलाश रही है। दिसंबर में एयरलाइन ने NCLT को बताया था कि उन्होंने सेलेस्टियल को कुछ भुगतान कर दिया है।
Spicejet के इस ऐलान के बाद भी इसके शेयरों में खासा उछाल देखने को नहीं मिला। 3:01 PM पर BSE पर इसके शेयर 1.10 फीसदी की गिरावट के साथ 65.50 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। जबकि, इसके शेयर आज मार्केट में 66.40 रुपये पर ओपन हुए थे।
सेलेस्टियल के साथ को कंपनी का विवाद आज करीब-करीब समाप्चत हो गया है लेकिन, विलिस लीज फाइनैंस, एयरकैसल और विलमिंगटन ने भी बकाया राशि के लिए साल 2023 में स्पाइसजेट के खिलाफ आवेदन दायर किया था। NCLT ने इस साल जनवरी में विलमिंगटन ट्रस्ट एसपी सर्विसेज (डबलिन) और पिछले साल दिसंबर में विलिस लीज फाइनैंस के दिवालिया आवेदनों को खारिज कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने इसी साल 19 फरवरी को SpiceJet के चेयरमैन अजय सिंह से तल्ख अंदाज में कहा कि आपके पास गो फर्स्ट (Go First) खरीदने के लिए पैसे हैं, लेकिन क्रेडिट स्विस को देने के लिए नहीं? कोर्ट ने अजय सिंह को 15 मार्च तक क्रेडिट सुइस का बकाया कर्ज चुकाने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 22 मार्च को होनी है।
बता दें कि क्रेडिट सुइस और SpiceJet करीब 2.4 करोड़ डॉलर के बकाया कर्ज को लेकर साल 2015 से कानूनी लड़ाई चल रही है। क्रेडिट सुइस ने सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसे 15 फरवरी तक 1.5 करोड़ रुपये मिलने थे लेकिन सिर्फ 1.375 करोड़ रुपये मिले।