Google Play Store vs Indian Apps: टेक दिग्गज गूगल (Google) ने पिछले शुक्रवार यानी 1 मार्च को प्ले स्टोर (Play Store) से कुछ भारतीय ऐप को हटा दिया था। जिसमें शादी.कॉम, भारत मैट्रीमनी (BharatMatrimony), इन्फो एज (Info Edge) सहित कई अन्य कंपनियों के ऐप शामिल थे। सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) के दखल के बाद अब गूगल अपने प्ले स्टोर से हटाए गए भारतीय ऐप को फिर बहाल करने के लिए सहमत हो गई है।
गूगल और प्रभावित स्टार्टअप इकाइयों ने सोमवार को सरकार के साथ कई दौर की चर्चा की। इसके बाद गूगल ने हटाए गए ऐप को बहाल करने पर सहमति जताई। सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि विवादास्पद भुगतान मुद्दे के समाधान के लिए सभी पक्ष मिलकर काम करेंगे।
बता दें कि प्ले स्टोर से भारतीय ऐप हटाने पर सरकार ने कड़ा रुख अपनाया था। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक इंटरव्यू में कहा था कि स्टार्टअप इकोसिस्टम भारतीय अर्थव्यवस्था की कुंजी है और उनके भाग्य का फैसला किसी बड़ी टेक कंपनी पर नहीं छोड़ा जा सकता है।
इन कंपनियों के खिलाफ गूगल ने एक्शन ऐप स्टोर प्लेटफॉर्म के लिए फीस न अदा करने के लिए लिया है। बता दें कि गूगल अपने प्लेटफॉर्म पर ऐप सर्विस प्रोवाइड कराने के लिए डेवलपर्स से 11-26 फीसदी के बीच फीस लेती है। पहले यह फीस करीब 30 फीसदी थी, लेकिन बाद में कुछ कंपनियों ने इसे गूगल के एकाधिकार का दुरुपयोग बताया और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा।
आईटी मंत्री ने कहा, ‘‘हमें भरोसा है कि गूगल और स्टार्टअप समुदाय आने वाले महीनों में एक दीर्घकालिक समाधान तक पहुंचने में सक्षम होंगे।’’
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गूगल ने प्ले स्टोर से 10 डेवलपरों के ऐप हटाए थे जिसमें शादी.कॉम, भारत मैट्रिमनी, बालाजी टेलीफिल्म्स का ऑल्ट, ऑडियो प्लेटफॉर्म कुकू एफएम और डेटिंग प्लेटफॉर्म क्वैक क्वैक सहित कई ऐप शामिल थे। हालांकि गूगल ने सभी ऐप एक दिन के भीतर वापस प्ले स्टोर पर ले लिए मगर एक दिन में ही ऐप डेवलपरों के कारोबार को करीब 40 फीसदी तक का नुकसान हो गया।
(भाषा के इनपुट के साथ)