सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज का जून में समाप्त तिमाही के दौरान शुध्द लाभ 44.8 प्रतिशत बढ़कर 547.70 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के दौरान 378.32 करोड़ रुपये था।
इस तिमाही में कंपनी की कुल आय में भी अच्छा खासा इजाफा देखा गया। कुल आय का आंकड़ा बढ़कर 2,653.95 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1,893.39 करोड़ रुपये था। सत्यम के अध्यक्ष बी रामालिंगम राजू ने कहा है, ‘वित्त वर्ष 2009 की पहली तिमाही में सत्यम की सालाना राजस्व ‘रन रेट’ 10,000 करोड़ रुपए रही है।
पहली तिमाही में हमारी विकास दर 8.5 प्रतिशत रही।’ सत्यम ने पहली तिमाही में 48 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 575.91 करोड़ रुपये का एकल शुध्द लाभ कमाया जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 389.14 करोड़ रुपये थी। राजू ने कहा, ‘आकार में तीन प्रतिशत विकास दर के आधार पर हमने यह प्रदर्शन किया है। रुपये में कमी का कुछ लाभ भी हमें मिला।’ वित्त वर्ष 2008-09 में कंपनी की संचयी आय की विकास दर 32-34.1 प्रतिशत रही। आलोच्य तिमाही में एशिया प्रशांत एवं पश्चिम एशिया में कारोबारी गतिविधियों में वृध्दि देखने को मिली।
सिप्ला का शुध्द लाभ 17 फीसद बढ़ा
दवा बनाने वाली कंपनी सिप्ला का वित्त वर्ष 2009 की पहली तिमाही के दौरान शुध्द लाभ 17 प्रतिशत बढ़कर 140 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी का शुध्द मुनाफा 119.76 करोड़ रुपये था। इस तिमाही के लिए कंपनी की कुल बिक्री 34 प्रतिशत बएकर 1,224.1 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री 911.8 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने अपने शेयरधारकों को वित्त वर्ष 2008 के लिए 2 रुपये प्रति इक्विटी शेयर लाभांश देने की सिफारिश की है।
अल्ट्राटेक सीमेंट का लाभ 2 प्रतिशत बढ़ा
अल्ट्राटेक सीमेंट के लिए यह तिमाही फायदेमंद तो रही, लेकिन नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। जून 2008 में समाप्त पहली तिमाही के दौरान कर अदायगी के बाद कंपनी का लाभ महज 2 प्रतिशत बढ़ा और 265 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 259 करोड़ रुपये था। इस तिमाही के दौरान कंपनी की बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर पिछले वर्ष के 1,360 करोड़ रुपये के बजाय 1,496 करोड़ रुपये हो गई।
कोलगेट-पामोलिव का मुनाफा 18 फीसद बढ़ा
एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी कोलगेट-पामोलिव इंडिया का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शुध्द मुनाफा 18 फीसदी बढ़कर 71.92 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी का शुध्द मुनाफा 60.88 करोड़ रुपये था। कंपनी की समीक्षाधीन तिमाही में कुल बिक्री भी बढ़कर 407.6 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 350.67 करोड़ रुपये थी।
कंटेनर कॉर्प का मुनाफा 7.87 प्रतिशत बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया का 30 जून 2008 को समाप्त पहली तिमाही में एकल शुध्द लाभ 7.87 प्रतिशत इजाफे के साथ 201.83 करोड़ रुपये हो गया। बीएसई को दी गई जानकारी के अनुसरा पिछले वर्ष की समान अवधि में कंपनी का शुध्द लाभ 187.09 करोड़ रुपये रहा था। जून, 2008 की तिमाही में निगम की एकल कुल आय 868.11 करोड़ रुपये हो गई।
पोलरिस का मुनाफा 87 फीसद बढ़ा
पोलरिस सॉफ्टवेयर लैब लिमिटेड का 30 जून, 2008 को समाप्त हुई तिमाही में कर अदायगी के बाद मुनाफा 87 फीसदी बढ़कर 27.01 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के दौरान कंपनी का मुनाफा 14.42 करोड़ रुपये था। कंपनी का इस तिमाही में संचयी राजस्व 23 प्रतिशत बढ़कर 257.45 करोड़ रुपये से 316.98 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी की योजना इस वर्ष में रियल एस्टेट में उतरने की भी है।
केपीआईटी क्युमिन्स का लाभ 2.53 फीसद बढ़ा
केपीआईटी क्युमिन्स इन्फोसिस्टम्स का जून में समाप्त तिमाही के दौरान शुध्द लाभ 2.53 प्रतिशत बढ़कर 12.96 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 12.64 करोड़ रुपये था। कंपनी का इस तिमाही के लिए राजस्व भी पिछले साल की जून तिमाही के मुकाबले 28.33 प्रतिशत बढ़ गया। यह आंकड़ा 173.68 करोड़ रुपये रहा।
किर्लोस्कर ऑयल इंजन्स का लाभ 8 प्रतिशत बढ़ा
किर्लोस्कर ऑयल इंजन्स का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की 30 जून को समाप्त तिमाही में 7.68 प्रतिशत बढ़कर 29.46 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही में कंपनी का शुध्द लाभ 27.36 करोड़ रुपये था। कंपनी का राजस्व पहली तिमाही के दौरान 16 फीसदी बढ़कर 582.26 करोड़ रुपये रहा।
एस कुमार का शुध्द मुनाफा 29 फीसद बढ़ा
एस कुमार नैशनलवाइड लिमिटेड का जून 2008 में समाप्त पहली तिमाही के दौरान शुध्द लाभ 29.1 प्रतिशत बढ़कर 55.09 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2008 की चौथी तिमाही के दौरान 42.66 करोड़ रुपये था। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले इस तिमाही के दौरान राजस्व 41 फीसदी बढ़कर 535.15 करोड़ रुपये रहा।
ओमनीटैक का शुध्द मुनाफा 127 फीसदी बढ़ा
ओमनीटैक इन्फो सॉल्युशंस का 30 जून 2008 को समाप्त हुई पहली तिमाही में शुध्द मुनाफा 127 फीसदी बढ़कर 88.45 करोड़ रुपये हो गया जो पूर्व वर्ष की समान अवधि में 38.95 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल आय 77 फीसदी बढ़कर 425.37 करोड़ रुपये रही जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के दौरान 239.97 करोड़ रुपये रही थी।
मोनसेंटो इंडिया का मुनाफा 25 फीसदी बढा
मोनसेंटो इंडिया ने 30 जून को समाप्त तिमाही में 25 प्रतिशत की बढोतरी के साथ 72.22 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ कमाया। यह पिछले वर्ष की समान अवधि में 57.79 करोड़ रुपये था। आलोच्य अवधि में उसकी कुल बिक्री बढ़कर 239 करोड़ रुपये हो गई। पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री महज 178 करोड़ रुपये थी।
हिकल का कर पश्चात लाभ 23 फीसद बढ़ा
विशेष केमिकल उत्पादों का विनिर्माण करने वाली कंपनी हिकल का 30 जून 2008 को समाप्त हुई पहली तिमाही में कर पश्चात मुनाफा (पीएटी) 23 फीसदी बढ़कर 10.7 करोड रुपये हो गया। पूर्व वर्ष की समान अवधि में उसका पीएटी 8.7 करोड़ रुपए था। समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल बिक्री 63 फीसदी बढ़क र 91.9 करोड़ रुपए हो गई।
जीई शिपिंग का शुध्द मुनाफा घटा
ग्रेट इस्टर्न (जीई) शिपिंग का 31 मार्च 2008 को समाप्त हुई पहली तिमाही में शुध्द मुनाफा 7.94 फीसदी घटकर 387.59 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2007-08 की चौथी तिमाही में उसका शुध्द
मुनाफा 421.04 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 992.49 करोड़ रुपये हो गई जो पूर्व वर्ष समान अवधि में 754.32 करोड़ रुपये थी।
जीटीएल का शुद्ध घाटा 3.19 करोड़ रुपए
जीटीएल इन्फ्रास्ट्रक्चर को 30 जून 2008 को समाप्त हुई पहली तिमाही में 3.19 करोड़ रुपये का शुध्द घाटा हुआ है जो पूर्व वर्ष की समान अवधि में 10.07 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 46.26 करोड़ रुपये हो गई जो पूर्व वर्ष की समान अवधि में 18.94 करोड़ रुपये थी।
सोना कोयो का पीबीटी 16 फीसदी घटा
वाहन कलपुर्जों का विनिर्माण करने वाली सोना कोयो स्टीरिंग सिस्टम्स का 30 जून 2008 को समाप्त पहली तिमाही मंल कर पूर्व मुनाफा (पीबीटी) 16.26 फीसदी घटकर 12.3 करोड़ रुपये हो गया। समीक्षाधीन तिमाही में उसकी बिक्री 9 फीसदी बढ़कर 201.1 करोड़ रुपये हो गई जो पूर्व वर्ष की समान अवधि में 185.3 करोड़ रुपये थी। इस्पात, तेल एवं अन्य जिंसों के लागत मूल्य में आई बढ़ोतरी से कंपनी के मुनाफे में कमी आई है।