मॉर्गन स्टैनली में 25 वर्षों तक अपनी सेवाएं देने के बाद रुचिर शर्मा 31 जनवरी को इस निवेश बैंकर एवं वित्तीय सेवा फर्म को अलविदा करने जा रहे हैं। शर्मा अब निवेश एवं लेखन अवसरों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मॉर्गन स्टैनली में फिलहाल वह उभरते बाजार के प्रमुख एवं मुख्य वैश्विक रणनीतिकार हैं।
शर्मा को 27 वर्षों का अनुभव प्राप्त है और सीधे तौर पर उनके प्रबंधन में करीब 20 अरब डॉलर की परिसंपत्तियां हैं। अपनी इस ताकत से लैस उन्होंने अपने दोस्तों से कहा कि अब वह नए निवेश एवं लेखन अवसरों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उनके अनुभव में निवेश अवसर तलाशने के लिए कई देशों का दौरा, शोध के लिए अधिक से अधिक डेटा हासिल करना और विभिन्न हितधारकों के साथ मुलाकात शामिल हैं। वह आम तौर पर हर महीने एक सप्ताह अलग-अलग देशों में बिताते हैं जहा वह प्रमुख राजनेताओं और शीर्ष सीईओ के साथ बैठक करते हैं।
रुचिर ने अपनी यात्रा के आधार पर आगामी वर्षों के दौरान बेहतर और कमजोर प्रदर्शन करने वाले उभरते एवं विकसित बाजारों की पहचान करने के लिए एक उमदा ढांचा तैयार किया है। रुचिर के प्रबंधन के तहत अधिकांश परिसंपत्तियां शेयर बाजार में निवेश वाली हैं। उनके ग्राहकों में बड़े संस्थागत निवेशक जैसे प्रमुख पेंंशन फंड एवं सॉवरिन वेल्थ फंड शामिल हैं। उनके द्वारा प्रबंधित फंडों में एशिया, लैटिन अमेरिका, पूर्वी यूरोप, पश्चिम एशिया, अफ्रीका एवं अग्रणी बाजारों को कवर करने वाले ग्लोबल इमर्जिंग मार्केट्स फंड एवं क्षेत्रीय फंड शामिल हैं। उनके प्रमुख ग्लोबल इमर्जिंग मार्केट्स फंड ने हाल के वर्षों में दमदार प्रदर्शन किया है और पिछले साल एमएससीआई सूचकांक को 6.9 फीसदी से मात दिया है।
रुचिर शर्मा 1996 में सहायक के तौर पर मॉर्गन स्टैनली इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट (एमएसआईएम) से जुड़े थे। दिसंबर 2002 में महज 28 वर्ष की उम्र में उन्हें प्रबंध निदेशक बना दिया गया। मॉर्गन स्टैनली में उन्हें सबसे कम उम्र में इस पर नियुक्त किया गया था। रुचिर को 2016 में मुख्य वैश्विक रणनीतिकार के तौर पर नियुक्त करते हुए वैश्विक उभरते बाजार टीम का प्रमुख बनाया गया। वह पिछले 30 वर्षों से पत्र-पत्रिकाओं में अर्थव्यवस्था एवं राजनीति पर लेख लिखते रहे हैं।
