रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) का शेयर सोमवार को बीएसई पर करीब 2 प्रतिशत चढ़कर 2,310 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी द्वारा सितंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद शेयर में तेजी आई है।
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 27.4 प्रतिशत बढ़कर 17,394 करोड़ रुपये रहा। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली आरआईएल ने शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद तिमाही नतीजों की घोषणा की थी।
कंपनी की राजस्व वृद्धि सालाना आधार पर सपाट रही और यह 2.32 लाख करोड़ रुपये पर दर्ज किया गया। सभी सेगमेंट में परिचालन सुधार की मदद से मुनाफा मजबूत हुआ है। खासकर तेल-रसायन और तेल एवं गैस व्यवसायों के साथ साथ रिटेल व्यवसाय से कंपनी को मदद मिली।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ‘सभी व्यावसायिक सेगमेंटों से मजबूत परिचालन और वित्तीय योगदान की वजह से रिलायंस को एक और तिमाही में मजबूत वृद्धि दर्ज करने में मदद मिली।’ ग्राहकों की संख्या में मजबूत वृद्धि की मदद से एबिटा सालाना आधार पर 30.2 प्रतिशत बढ़कर 44,867 करोड़ रुपये रही।
परिचालन दक्षता और लागत प्रबंधन पहलों पर लगातार ध्यान दिए जाने से रिलायंस रिटेल वेंचर (आरआरवीएल) का एबिटा मार्जिन 80 आधार अंक की वृद्धि के साथ 8.4 प्रतिशत रहा, जबकि ओ2सी सेगमेंट में लगातार सुधार, अनुकूल लागत और गैसोलिन तथा पीवीसी मार्जिन में तेजी आने से कंपनी को मदद मिली है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का मानना है कि मौजूदा समय में वायरलेस सेगमेंट में जियो के लिए प्रीमियम वसूलने की संभावना सीमित है और वृद्धि के लिए दरों में इजाफा जरूरी है। हालांकि एक प्रमुख सकारात्मक बदलाव 5जी की पेशकश है, क्योंकि 5जी की शुरुआत 1.5 लाख स्थानों पर की गई है।
सेगमेंट के हिसाब से उपभोक्ता व्यवसाय लगातार दो अंक की एबिटा वृद्धि दर्ज कर रहा है। रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल दोनों द्वारा वित्त वर्ष 2023-25 के दौरान 15 प्रतिशत/30 प्रतिशत एबिटा सीएजीआर दर्ज किए जाने की संभावना है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज (MOFSL) के अनुसार यह वृद्धि रिटेल क्षेत्र में विस्तार और नई श्रेणियों पर केंद्रित होगी जबकि दूरसंचार व्यवसाय लगातार ग्राहक वृद्धि पर आधारित रहेगा।
ओ2सी में ब्रोकरेज फर्म को रिफाइनिंग और पेटकेम सेगमेंटों के मार्जिन में मौजूदा स्तर से सुधार आने की संभावना लग रही है क्योंकि इन दोनों के लिए नई क्षमता वृद्धि कैलेंडर वर्ष 2024 में सालाना आधार पर कमजोर रही है। एमओएफएसएल ने कहा है कि वहीं, वित्त वर्ष 2025 में एमजे फील्ड में सुधरते व्यवसाय का पूरा लाभ कंपनी को मिलने की संभावना है।