अनिल अंबानी समूह की कंपनियों रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और उसकी सहायक कंपनी रिलायंस पावर ने ऋणदाताओं के साथ अपने ऋण का बड़ा हिस्सा निपटा दिया है, जिसमें रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने एकल आधार पर अपना बाहरी ऋण लगभग 87.6 प्रतिशत घटाकर 475 करोड़ रुपये कर दिया है, जो जून में 3,831 करोड़ रुपये था।
शेयर बाजार को दी गई सूचना में यह जानकारी दी गई है। अनिल अंबानी परिवार की इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने कहा कि इन्वेंट ऐसेट्स सिक्योरिटाइजेशन ऐंड रीकंस्ट्रक्शन प्राइवेट ने अपना बकाया वसूलने के लिए कुछ हिस्सा समायोजित कर दिया है। इसके परिणाम स्वरूप कंपनी की इनवेंट एआरसी के प्रति बकाया राशि शून्य हो गई है।
इसके अलावा कंपनी के बयान के अनुसार उसने भारतीय जीवन बीमा निगम, एडलवाइस ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी, आईसीआईसीआई बैंक, यूनियन बैंक और अन्य उधारदाताओं को अपना पूरा बकाया चुका दिया है। कंपनी ने कहा कि कर्ज में इस कमी के साथ कंपनी की कुल संपत्ति 9,041 करोड़ हो जाएगी।
एक अलग नोटिस में रिलायंस पावर ने कहा कि उसने महाराष्ट्र स्थित कंपनी विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर (वीआईपीएल) की ओर से गारंटर के रूप में सीएफएम ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन प्राइवेट (सीएफएम) के प्रति 3,872.04 करोड़ रुपये के अपने दायित्व का निपटान कर दिया है।