आईटी सेवा क्षेत्र भले ही व्यापक अनिश्चितता के कारण दबाव का सामना कर रहा हो, लेकिन घरेलू आईटी व्यय की स्थिति काफी हद तक अछूती है। आईटी सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी आईबीएम का मानना है कि घरेलू बाजार पर मंदी का कोई असर नहीं है।
आईबीएम के प्रबंध निदेशक (भारत/दक्षिण एशिया) संदीप पटेल ने कहा कि जब आप भारत के सभी संकेतकों, व्यापक और सूक्ष्म क्षेत्रों को देखते हैं, तो यह जरूरी नहीं है कि हमने यहां मंदी देखी हो। विशेष रूप से उन बुनियादी चीजों के संदर्भ में, जहां बाजार बढ़ रहा है। घरेलू बाजार में कोई मंदी नहीं है।
यहां तक कि वैश्विक स्तर पर भी मंदी के कुछ क्षेत्र हैं। लेकिन मुझे लगता है कि लोग अब भी (निवेश) करने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं, जो जारी है। पटेल आईबीएम के प्रमुख कार्यक्रम आईबीएम थिंक में मीडिया से बात कर रहे थे।
पटेल ने यह भी कहा कि भारत में तकनीक को अपनाने वाली ताकतें हाइब्रिड क्लाउड, एआई, क्वांटम और सुरक्षा हैं। पटेल ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि यह स्पष्ट है कि हाइब्रिड क्लाउड विकसित हो गया है। यह बात हमारे रेड हैट कारोबार में दिखती है, जो दोहरे अंकों में बढ़ रहा है। यह वृद्धि निजी और सार्वजनिक दोनों ही क्षेत्रों द्वारा संचालित हो रही है।
एआई के संबंध में पटेल ने कहा कि भारत यह प्रासंगिक होने लगी है और कंपनियों ने अपने डेटा को व्यवस्थित करने के संबंध में उस मार्ग पर चलना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह वह जगह है, जहां वॉटसनक्स प्रासंगिक हो जाता है।
यह कारोबार के लिए एआई को जेनरेटिव एआई का जवाब है। यह डेटा संगठन को कवर करता है, आपको अपने स्वयं के एआई मॉडल के साथ-साथ प्रशासन की सुविधाएं निर्मित करने के लिए मंच प्रदान करता है। वॉटसनक्स की खास बात यह है कि इसमें आईबीएम की भारतीय सॉफ्टवेयर अनुसंधान प्रयोगशालाओं का भी काफी योगदान है।