facebookmetapixel
एफपीआई ने किया आईटी और वित्त सेक्टर से पलायन, ऑटो सेक्टर में बढ़ी रौनकजिम में वर्कआउट के दौरान चोट, जानें हेल्थ पॉलिसी क्या कवर करती है और क्या नहींGST कटौती, दमदार GDP ग्रोथ के बावजूद क्यों नहीं दौड़ रहा बाजार? हाई वैल्यूएशन या कोई और है टेंशनउच्च विनिर्माण लागत सुधारों और व्यापार समझौतों से भारत के लाभ को कम कर सकती हैEditorial: बारिश से संकट — शहरों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए तत्काल योजनाओं की आवश्यकताGST 2.0 उपभोग को बढ़ावा दे सकता है, लेकिन गहरी कमजोरियों को दूर करने में कोई मदद नहीं करेगागुरु बढ़े, शिष्य घटे: शिक्षा व्यवस्था में बदला परिदृश्य, शिक्षक 1 करोड़ पार, मगर छात्रों की संख्या 2 करोड़ घटीचीन से सीमा विवाद देश की सबसे बड़ी चुनौती, पाकिस्तान का छद्म युद्ध दूसरा खतरा: CDS अनिल चौहानखूब बरसा मॉनसून, खरीफ को मिला फायदा, लेकिन बाढ़-भूस्खलन से भारी तबाही; लाखों हेक्टेयर फसलें बरबादभारतीय प्रतिनिधिमंडल के ताइवान यात्रा से देश के चिप मिशन को मिलेगी बड़ी रफ्तार, निवेश पर होगी अहम चर्चा

बांद्रा-कुर्ला नीलामी में खरीदारों का टोटा

Last Updated- December 05, 2022 | 4:47 PM IST

मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) बांद्रा-कुर्ला कॉप्लेक्स (बीकेसी) में नीलामी में पांच में से दो प्लॉटों के लिए बोली प्राप्त करने में विफल रही।


 इससे संपत्ति बाजार में मंदी और  इस बाजार के प्रति निवेशकों के नकारात्मक रुझान का संकेत मिलता है।इन प्लॉटों में से एक व्यावसायिक इस्तेमाल और दूसरा क्लब हाउस व जिमनेजियम के लिए था। चौबीस हजार वर्ग मीटर के विकास योग्य इलाके वाले एक व्यावसायिक प्लॉट के लिए एमएमआरडीए को 3.4 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से बोली प्राप्त हुई जो आरक्षित कीमत 3 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर से महज 14 प्रतिशत अधिक है।


जेट एयरवेज ने यह प्लॉट 816 करोड़ रुपये में हासिल किया। आश्चर्यजनक बात यह है कि प्लॉट के लिए बोली लगाने वाली यह एयरलाइन कंपनी अकेली बोलीदाता थी। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि एयरलाइन की इस स्थल पर अपना वैश्विक मुयालय बनाने की योजना है। इसके अलावा एयरलाइन अंधेरी स्थित अपने कार्यालयों को यहां लाना चाहती है।


जेट एयरवेज द्वारा इस प्लॉट के लिए लगाई गई यह बोली नवंबर, 2007 में एमएमआरडीए के एक प्लॉट के लिए मुंबई की वाधवा बिल्डर्स द्वारा लगाई गई बोली की तुलना में काफी कम है।वैसे, 7,050 वर्ग मीटर के विकास योग्य भूखंड वाले दो आवासीय प्लॉटों के लिए प्रति 3.52 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर की बोली लगी जो 1.02 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर की इसकी आरक्षित कीमत से तीन गुना से भी अधिक है।


अजय पीरामल समूह और सनटेक रियल्टी के संयुक्त उपक्रम पीरामल सनटेक रियल्टी की इकाई स्टारलाइट सिस्टस ने दोनों प्लॉट 496 करोड़ रुपये में हासिल किए। स्टारलाइट की प्लॉटों के लिए लगाई गई बोली ओएनजीसी और जेट एयरवेज की तुलना में अधिक थी।


पीरामल इन आवासीय प्लॉटों का इस्तेमाल सिगनेचर आईलैंड नामक आवासीय परियोजना के विस्तार के रूप में करेगी। पिरामल सनटेक के प्रबंध निदेशक कमल खेतान ने कहा, ‘हम इन प्लॉटों का इस्तेमाल सिगनेचर आईलैंड के विस्तार के लिए करेंगे। सिगनेचर आईलैंड की कीमत 45,000 रुपये प्रति वर्ग फुट है। इसी तरह हमें अन्य परियोजनाओं के लिए भी अच्छी कीमत मिलने का भरोसा है।’


डीटीजेड में रियल इस्टेट कंसल्टेंट अंबर महेश्वरी ने इस नीलामी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘इस बाजार का रुझान नकारात्मक है और संपत्ति की कीमतें आसमान छू रही हैं। भूमि की नीलामी में तगड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है।

First Published - March 20, 2008 | 12:33 AM IST

संबंधित पोस्ट