रियल एस्टेट के आवासीय क्षेत्र में बिल्डर टियर 2 व 3 शहरों में जमीन खरीदने पर जोर दे रहे हैं। आवासीय परियोजनाओं के लिए खरीदी जा रही जमीन में ज्यादातर हिस्सेदारी प्लॉटों की है। संपत्ति सलाहकार फर्म जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 22 महीने में बिल्डरों द्वारा खरीदी गई जमीन में 44.4 फीसदी हिस्सेदारी टियर 2 व 3 शहरों की रही।
बिल्डरों ने जनवरी 2022 से अक्टूबर 2023 तक इन शहरों में 1,461 एकड़ जमीन खरीदी। इसकी 91.6 फीसदी 1,339 एकड़ जमीन आवासीय परियोजनाओं के लिए खरीदी गई। बाजार में स्थापित बिल्डर टियर 2 व 3 शहरों को नये बाजार के रूप में देख रहे हैं।
टीयर 2 व 3 शहरों प्लॉट वाली आवासीय परियोजनाओं पर जोर
बिल्डरों ने बीते 22 महीने में टियर 2 व 3 शहरों में आवासीय परियोजनाओं के लिए 1,339 एकड़ जमीन खरीदी है। इसमें से 1,015 एकड़ जमीन प्लॉट वाली आवासीय परियोजनाओं के लिए खरीदी गई, जो कुल आवासीय परियोजनाओं की जमीन का 76 फीसदी हिस्सा है। आवासीय प्लॉट के लिए खरीदी गई जमीन की कीमत 3,163 करोड रुपये है। टियर 2 व 3 शहरों में जनवरी 2022 से अक्टूबर 2023 के बीच खरीदी गई कुल जमीन की कीमत 4,918 करोड रुपये रही और इस दौरान जमीन के 17 सौदे हुए। बिल्डरों को कुल आवासीय परियोजनाओं से 21,000 करोड़ रुपये की बिक्री होने की संभावना है।
4 शहरों में खरीदी 75 फीसदी जमीन
जेएलएल की रिपोर्ट के मुताबिक टियर 2 व 3 शहरों में खरीदी गई कुल जमीन में 75 फीसदी हिस्सेदारी पानीपत, लुधियाना, नागपुर, पंचकुला की रही। इन शहरों में करीब 1,095 एकड़ जमीन खरीदी गई है। बिल्डरों ने उत्तर भारत में पानीपत, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, पंचकुला, लखनऊ, जयपुर व लुधियाना में जमीन खरीदने को तरजीह दी। जबकि पश्चिम में नागपुर, खालापुर, सूरत, व पालघर जैसे शहरों में जमीन खरीदी। जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री सामंतक दास ने कहा कि बिल्डर टीयर 2 व 3 शहरों में गुणवत्तापूर्ण परियोजनाओं की बढ़ती मांग का लाभ उठाने के लिए इन शहरों में जमीन खरीद रहे हैं।
इन शहरों में प्लॉट डेवलपमेंट और कम ऊंचाई वाले अपार्टमेंट लॉन्च करने का चलन विशेष रूप से प्रचलित है। पिछले 22 महीनों में प्लॉट के लिए जमीन का लेन देन 3,163 करोड़ रुपये से अधिक का रहा है। आगे भी आवासीय बाजार में तेजी बनी रहने की उम्मीद है। जेएलएल की रिपोर्ट के मुताबिक गोदरेज प्रॉपर्टीज, एम3एम, एल्डेको ग्रुप और ओमैक्स ग्रुप जैसे प्रमुख बिल्डरों ने भी इन उभरते बाजारों में प्रवेश या विस्तार किया है।