अगर आपको $1 मिलियन (करीब ₹8.3 करोड़) मिले, तो आप सोचेंगे कि इससे बड़ा बंगला खरीद लेंगे, है ना? लेकिन मोनाको में इतनी रकम में सिर्फ 19 वर्ग मीटर (यानी एक छोटा-सा कमरा!) जगह मिलेगी। वहीं, हॉन्ग कॉन्ग (22 वर्ग मीटर) और सिंगापुर (32 वर्ग मीटर) भी इस लिस्ट में महंगे शहर बने हुए हैं।
भारतीय शहरों में कहां मिलेगी कितनी जगह?
अब भारत की बात करें तो मुंबई में $1 मिलियन में 99 वर्ग मीटर प्राइम प्रॉपर्टी खरीदी जा सकती है। लेकिन बुरी खबर यह है कि पिछले 10 सालों में इसमें 2.6% की गिरावट आई है, यानी अब उतनी ही रकम में पहले से कम जगह मिल रही है।
लेकिन दिल्ली और बेंगलुरु में हालात उल्टे हैं! यहां लग्ज़री प्रॉपर्टी पहले से सस्ती हो गई है।
मतलब, अगर आप लग्ज़री घर लेना चाहते हैं, तो मुंबई से ज्यादा अच्छा सौदा दिल्ली या बेंगलुरु में मिलेगा!
दिल्ली और बेंगलुरु में प्रॉपर्टी क्यों हो रही है सस्ती?
Knight Frank की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली और बेंगलुरु में प्रॉपर्टी की कीमतें 13% और 14% बढ़ी हैं, लेकिन डॉलर मजबूत होने से विदेशी खरीदारों के लिए ये शहर सस्ते हो गए हैं। मतलब, अगर कोई विदेशी इन शहरों में इन्वेस्ट करना चाहे, तो उसे पहले से ज्यादा जगह मिल सकती है।
Knight Frank के चेयरमैन शिशिर बैजल का कहना है कि 2024 में इंटरनेशनल लग्ज़री प्रॉपर्टी मार्केट में औसतन 3.6% की बढ़त हुई है, जिससे भारतीय शहर ग्लोबल रियल एस्टेट की रेस में मजबूत होते जा रहे हैं।
दुनिया में कहां सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी के दाम बढ़े?
अगर आप सोच रहे हैं कि किस शहर में प्रॉपर्टी की कीमत सबसे ज्यादा बढ़ी, तो जवाब है सियोल! यहां 18.4% की बढ़त हुई, जबकि मनीला (17.9%), जो पिछले साल नंबर 1 था, इस बार दूसरे स्थान पर आ गया।
इसके बाद दुबई (16.9%), रियाद (16%) और टोक्यो (12.1%) टॉप 5 में शामिल हैं।
भारतीय शहरों की ग्लोबल रैंकिंग में क्या बदलाव हुआ?
कुल मिलाकर, अगर आप इंडिया में लग्ज़री प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं, तो दिल्ली और बेंगलुरु अच्छे ऑप्शन हो सकते हैं। लेकिन अगर आप मुंबई में घर देख रहे हैं, तो आपको ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं और पहले से कम जगह मिलेगी।