राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मकानों की इन्वेंटरी (Inventory) में कमी देखी जा रही है। एनसीआर में अन्य शहरों की तुलना में इन्वेंटरी में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। इसकी वजह मकानों की बिक्री में बढ़ोतरी होना है। इसके साथ ही एनसीआर में मकानों की नई आपूर्ति में भी इजाफा हुआ है।
रियल एस्टेट रिसर्च फर्म एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही तक मकानों की इन्वेंटरी 1,04,400 दर्ज की गई है। सालाना आधार पर इसमें 21 फीसदी कमी आई हैं, जबकि तिमाही आधार पर इन्वेंटरी 6 फीसदी घटी है। कोरोना से पहले के मुकाबले इन्वेंटरी में भारी कमी आई है। कोरोना से पहले वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में इन्वेटरी करीब 1.80 लाख थी।
एनारॉक की इस रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा इन्वेंटरी में सबसे ज्यादा 41 फीसदी हिस्सेदारी गुरुग्राम की है। इसके बाद 21 फीसदी हिस्सेदारी के साथ ग्रेटर नोएडा दूसरे नंबर पर है। किफायती (40 लाख रुपये से कम कीमत) और मध्यम (40 से 80 लाख रुपये कीमत) कीमत वाले मकानों की मौजूदा इन्वेंटरी में हिस्सेदारी 68 फीसदी है।
रियल एस्टेट में आ रहे सुधार के कारण एनसीआर में खूब मकान बिक रहे हैं। जिससे मकानों की लॉन्चिंग भी खूब हो रही है।
एनारॉक के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर मकानों की आपूर्ति में 44 फीसदी इजाफा हुआ। इस तिमाही में 9,200 मकान लॉन्च हुए। तीसरी तिमाही के दौरान एनसीआर में लॉन्च हुए कुल मकानों में 50 फीसदी मकान गुरुग्राम में लॉन्च हुए।
एनारॉक के अनुसार एनसीआर में इस साल की तीसरी तिमाही में 15,900 मकान बिके। जो पिछले साल की समान अवधि से 6 फीसदी ज्यादा हैं। हालांकि इस साल तीसरी तिमाही में इसी साल की दूसरी तिमाही से 3 फीसदी कम मकान बिके।