प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
देश के प्रमुख हवाई अड्डों के आसपास रिहायशी अपार्टमेंट और प्लॉट की कीमतें आसमान छू रही हैं। इनमें पांच वर्षों के दौरान लगभग दोगुने की वृद्धि हो चुकी है। रियल्टी रिसर्च फर्म स्क्वैर यार्ड्स की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली से सटे यमुना एक्सप्रेसवे, पनवेल क्षेत्र, उत्तरी बेंगलूरु और दक्षिणी हैदराबाद जैसे प्रमुख हवाई अड्डों के पास के छोटे बाजारों में संपत्ति की कीमतें वित्त वर्ष 21 से वित्त वर्ष 25 के बीच 69 से 90 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। इसी अवधि के दौरान इन शहरों में अपार्टमेंट की औसत कीमतों में 45 से 79 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
इन क्षेत्रों में आवासीय प्लॉटों के मूल्यों में चार साल की अवधि में 84 से 118 प्रतिशत की उछाल आई है। तुलनात्मक रूप से पूरे शहर की बात करें तो आवासीय प्लॉटों की कीमतें 45 से 93 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। स्क्वैर यार्ड्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक तनुज शौरी ने कहा, ‘देश में प्रमुख हवाई अड्डों वाले दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु और हैदराबाद जैसे शहरों ने अपने यहां बेहतर सड़कें, रोजगार केंद्रों में वृद्धि और बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे में निवेश किया है। यही वजह है कि यहां रहने के लिए लोग आकर्षित हो रहे हैं।’
फर्म ने कहा कि हवाई अड्डा परियोजना की घोषणाओं के बाद सट्टेबाजी और डेवलपर्स की बढ़ती रुचि के कारण आवासीय, ऑफिस और हॉस्पिटैलिटी सेगमेंट की परियोजनाओं के साथ-साथ हवाई अड्डे से जुड़े विशेष आर्थिक जोन (एसईजेड) की मांग में तेजी आई है। हवाई अड्डे वाले शहरों में संपत्ति की कीमतों में उछाल से संबंधित यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब पिछले महीने ही अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान 171 सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनैशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद कुछ दूरी पर ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस दुर्घटना के बाद से हवाई अड्डों के आसपास रहने के प्रति लोगों में डर का माहौल है।