अमेरिका के दिग्गज उद्यमी दिग्विजय गायकवाड ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को पत्र लिखकर रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के लिए 275 रुपये प्रति शेयर पर जवाबी पेशकश करने की अनुमति मांगी है। वह कंपनी में 55 फीसदी हिस्सेदारी के लिए पेशकश करना चाहते हैं। फ्लोरिडा में रहने वाले गायकवाड ने देव चटर्जी
के साथ बातचीत में वित्तीय सेवा कंपनी के लिए अपनी पेशकश को वाजिब ठहराने के तर्क भी दिए। पेश हैं मुख्य अंश:
रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के लिए 275 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जवाबी पेशकश (काउंटर ऑफर) की क्या वजह है?
मुझे रेलिगेयर के कारोबार की बुनियाद पर यकीन है। हम दुनिया भर में हर तरह के कारोबारी अवसर का लगातार मूल्यांकन करते रहते हैं। मेरा ऑफर कंपनी के सभी शेयरधारकों के लिए अच्छा है और उन्हें मेरा समर्थन करना चाहिए। मुझे लगता है कि कंपनी का मूल्यांकन कम किया गया है, इसलिए मैंने यह पेशकश की है।
सेबी को पत्र लिखने का क्या मकसद है? आपने पेशकश के लिए मर्चेंट बैंकर की नियुक्ति क्यों नहीं की?
मुझे सेबी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान तथा उनकी अगुआई में भारत सरकार पर पूरा भरोसा है। मुझे विश्वास है कि वे हमारे प्रस्ताव पर खुले मन से विचार करेंगे और सभी शेयरधारकों के हितों का ध्यान रखेंगे। इस कीमत पर मेरा ऑफर शेयरधारकों को ज्यादा मूल्य दे रहा है। हमने मर्चेंट बैंकर नियुक्त कर लिया है और इस बारे में आपको जल्द जानकारी मिल जाएगी। हम सेबी को दिखाएंगे कि हमारे पास जवाबी पेशकश के लिए पर्याप्त पैसा है।
आपने अमेरिका तथा दुनिया के कई देशों में निवेश किया है। क्या रेलिगेयर भारत में आपका पहला निवेश हो सकता है?
हम दुनिया भर में अवसर तलाशते रहते हैं। बीते समय में हमने भारत में कई कंपनियों का मूल्यांकन किया है। मगर उनके लिए ज्यादा कीमत मांगी जा रही थी और भारत में प्राइस टु अर्निंग अनुपात भी काफी ज्यादा है। हमें लगता है कि रेलिगेयर हमारे लिए अच्छा मौका है।
बर्मन के रविवार के बयान पर आपकी क्या राय है, जिसमें कहा गया था कि रेलिगेयर प्रबंधन लापरवाह है?
मैंने जीवन भर डाबर के उत्पादों का उपयोग किया है। हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। अगर रेलिगेयर एंटरप्राइजेज का प्रबंधन लापरवाह होता तो इस कंपनी की कीमत गिरकर शून्य हो जाती। मैं कोई उपकार नहीं कर रहा हूं। मैं कारोबार में निवेश कर रहा हूं और नकद में 275 रुपये प्रति शेयर की पेशकश कर रहा हूं। मेरा मानना है कि कंपनी का भविष्य अच्छा है।