Q4 results 2024: बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में भारतीय कारोबारी जगत की आय बढ़ी है मगर मुनाफा में इजाफा पहले से कम रहा है। आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में आय और मुनाफा वृद्धि में अलग-अलग क्षेत्रों का योगदान बिगड़ा है। शुद्ध बिक्री और शुद्ध मुनाफे में ज्यादातर बढ़ोतरी बैंकों, वित्त और बीमा (बीएफएसआई) कंपनियों और वाहन विनिर्माताओं की बदौलत हुई है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल 631 सूचीबद्ध कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री (बैंकों एवं अन्य ऋणदाताओं की सकल ब्याज आय) वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में साल भर पहले के मुकाबले 10.1 फीसदी बढ़ी है। यह पिछली चार तिमाही में सबसे अधिक वृद्धि है। मगर इन कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 13.4 फीसदी ही बढ़ा, जबकि तीसरी तिमाही में इसमें 24.2 फीसदी इजाफा हुआ था। पिछली तिमाही में यह मुनाफा वृद्धि की सबसे सुस्त रफ्तार है।
चौथी तिमाही में वित्तीय क्षेत्र से बाहर की कंपनियों का प्रदर्शन ज्यादा खराब रहा और बीएफएसआई के अलावा बाकी कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा जनवरी-अप्रैल 2023 के मुकाबले केवल 7.5 फीसदी बढ़ा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में यह 33.5 फीसदी बढ़ा था। पिछली 5 तिमाही में इन कंपनियों की मुनाफा वृद्धि सबसे कम रही है।
इसी तरह BFSI एवं तेल-गैस के अलावा कंपनियों का कुल मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में साल भर पहले के मुकाबले 21 फीसदी बढ़ा, जो तीसरी तिमाही की 26.5 फीसदी वृद्धि से कम है। हमारे नमूने में शामिल सभी 631 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में करीब 2.6 लाख करोड़ रुपये रहा जो इसी वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 2.29 लाख करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में भी यह 2.29 लाख करोड़ रुपये ही रहा था। इसकी तुलना में बीएफएसआई से बाहर की 496 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये रहा, जो तीसरी तिमाही में 1.32 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 1.4 लाख करोड़ रुपये था।
बीएफएसआई और तेल तथा गैस क्षेत्र से बाहर की 484 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में बढ़कर करीब 1.16 लाख करोड़ रुपये रहा, जो तीसरी तिमाही में 1 लाख करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में इन कंपनियों को कुल 96,000 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में बीएफएसआई से बाहर की कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री जनवरी-अप्रैल, 2023 के की तुलना में 6.3 फीसदी बढ़ी, जबकि तीसरी तिमाही में इसमें 4.9 फीसदी बढ़ोतरी हुई थी। मगर वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में इसमें 12.3 फीसदी की वृद्धि देखी गई थी।
इसी तरह बीएसफएसआई और तेल-गैस क्षेत्र से बाहर की कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में साल भर पहले से 8.4 फीसदी बढ़ी, जो तीसरी तिमाही की 8.9 फीसदी बढ़ोतरी से कम है। इन क्षेत्र की कंपनियों की शुद्ध बिक्री वृद्धि 13 तिमाही में सबसे कम रही, जिससे पता चलता है कि विनिर्माण तथा सेवा क्षेत्र में मांग कम रही।
कुल आय और शुद्ध मुनाफे में बढ़ोतरी मोटे तौर पर बीएफएसआई और वाहन कंपनियों की बदौलत हुई है। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में बीएफएसआई कंपनियों ने कुल शुद्ध मुनाफे में करीब 20,100 करोड़ रुपये का योगदान दिया और कुल मुनाफा वृद्धि में इनकी हिस्सेदारी तकरीबन दो-तिहाई रही।
बिज़नेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल सभी सूचीबद्ध कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में 30,600 करोड़ रुपये अधिक रहा। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में कुल शुद्ध बिक्री वृद्धि में बीएफएसआई कंपनियों का हिस्सेदारी 54 फीसदी रही।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों ने वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में आय की अंतरिम समीक्षा में लिखा है, ‘बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनियों की आय हमारे अनुमान के अनुरूप रही है और उनमें से करीब 70 फीसदी का मुनाफा अनुमान के अनुरूप या उससे अधिक रहा।’
चौथी तिमाही में कंपनियों की कुल आय वृद्धि में टाटा मोटर्स की हिस्सेदारी 39 फीसदी रही। टाटा मोटर्स का शुद्ध मुनाफा 17,483 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 5,574 करोड़ रुपये था। कुल मुनाफा वृद्धि में एसबीआई का 13.1 फीसदी, ऐक्सिस बैंक का 8.1 फीसदी और पीएनबी का 6 फीसदी योगदान रहा। आय के मोर्चे पर कुल वृद्धि में रिलायंस इंडस्ट्रीज का योगदान 10.9 फीसदी और भारतीय स्टेट बैंक का 8.3 फीसदी और टाटा मोटर्स का 6.5 फीसदी योगदान रहा।