ब्रोकरों का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय कंपनी जगत की बिक्री और आय वृद्धि में और नरमी आ सकती है। मगर कच्चे माल के दाम नरम रहने, परिचालन खर्च कम रहने तथा ऊंचे मार्जिन की बदौलत मुनाफे में वृद्धि देखी जा सकती है।
ब्रोकरों के अनुमान के मुताबिक निफ्टी 50 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 8.7 फीसदी बढ़ सकता है। लेकिन चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में इन कंपनियों की आय वृद्धि कम हो जाएगी, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि 29.7 फीसदी बढ़ी थी। यह विश्लेषण निफ्टी 50 की 49 कंपनियों जिनके आय अनुमान उपलब्ध हैं, के तिमाही आंकड़ों पर आधारित है। इसमें अदाणी एंटरप्राइजेज शामिल नहीं है।
एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक के साथ पिछले साल जुलाई में विलय हुआ था और एचडीएफसी के पिछले वित्त की पहली तिमाही के आय अनुमान उपलब्ध हैं। ऐसे में विश्लेषण में इन आंकड़ों को एचडीएफसी बैंक के आंकड़ों में जोड़ा गया है।
निफ्टी कंपनियों की कुल शुद्ध आय वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में महज 4.2 फीसदी बढ़ सकती है, जो पिछली 15 तिमाही में सबसे कम वृद्धि है। वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में इन कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री 4.5 फीसदी और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 6.3 फीसदी बढ़ी थी।
इलारा कैपिटल के अनुसार कंपनियों की आय पर दबाव के संकेत दिखने लगे हैं। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में पिछली 7 तिमाही में पहली बार ऐसा होगा कि सालाना और तिमाही आधार पर कंपनियों की आय में कमी आएगी।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेस के विश्लेषकों के अनुसार दूसरी तिमाही सपाट रह सकती है। इसके विश्लेषकों ने कहा, ‘हमें लगता है कि मोतीलाल ओसवाल की फेहरिस्त में शामिल कंपनियों की कमाई पिछली आठ तिमाहियों में सबसे कम रह सकती है। सितंबर तिमाही में निफ्टी की कमाई में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2 फीसदी की मामूली बढ़त देखी जा सकती है।’
विश्लेषकों के अनुसार उनके नमूने में शामिल निफ्टी 50 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा दूसरी तिमाही में 1.91 लाख करोड़ रुपये रह सकता है। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 1.76 लाख करोड़ रुपये रहा था जबकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 1.93 लाख करोड़ रुपये दर्ज हुआ था।
इन कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री या आय चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 13.62 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 14.2 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में निफ्टी 50 कंपनियों की शुद्ध बिक्री 15.3 लाख करोड़ रुपये रही थी।