मध्य आकार वाली आईटी सेवा फर्म पर्सिस्टेंट सिस्टम्स ने अपनी विकास योजनाओं को बढ़ावा देन के लिए उद्योग के चार वरिष्ठ नेतृत्वकर्ताओं को शामिल करते हुए अपनी कार्यकारी नेतृत्व टीम का विस्तार किया है। पुणे की इस डिजिटल इंजीनियरिंग सेवा फर्म ने साल 2026 तक अपना वार्षिक राजस्व दोगुना करके दो अरब डॉलर करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।
पर्सिस्टेंट ने वित्त वर्ष 23 में एक अरब डॉलर के राजस्व का आंकड़ा पार कर लिया है। सितंबर में समाप्त हुई दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने 29.17 करोड़ डॉलर का राजस्व और बुकिंग में अपना अब तक का सबसे अधिक कुल अनुबंध मूल्य 47.5 करोड़ डॉलर दर्ज किया। पर्सिस्टेंट ने एक बयान में कहा कि नए नेतृत्वकर्ता कंपनी के ग्राहक प्रभाव की पूरी क्षमता सामने लाने में अद्वितीय कौशल का योगदान करेंगे।
अयोन बनर्जी इस तिमाही की शुरुआत में मुख्य रणनीति और विकास अधिकारी के रूप में शामिल हुए हैं। उन पर पर्सिस्टेंट की कॉरपोरेट रणनीति को आकार देने और कार्यान्वयन की जिम्मेदारी होगी। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप में प्रबंध निदेशक और भागीदार के रूप में अपनी हालिया भूमिका में बनर्जी ने रणनीति निर्माण और वृद्धि विस्तार के संबंध में वैश्विक स्तर पर कई आईटी और इंजीनियरिंग सेवा ग्राहकों के साथ मिलकर काम किया।
धनश्री भट्ट 1 दिसंबर को पर्सिस्टेंट में मुख्य परिचालन अधिकारी के रूप में शामिल हुई थीं। वह आईटी, प्रशासन और सुविधाएं, शिक्षण और विकास, उद्यम जोखिम प्रबंधन, ईएसजी और वितरण उत्कृष्टता का नेतृत्व करेंगी। वह पिछले दो दशक में टेक महिंद्रा में कई नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभा चुकी है।
राजीव सोढ़ी पिछली तिमाही में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (हाइपरस्केलर बिजनेस ऐंड स्ट्रैटेजिक अलायंस) के रूप में पर्सिस्टेंट में शामिल हुए हैं। अपनी इस भूमिका में सोढ़ी पर अग्रणी हाइपरस्केलर्स के साथ वैश्विक जीटीएम बढ़ाने और पारिस्थितिकी तंत्र के पसंदीदा भागीदार के रूप में पर्सिस्टेंट की स्थिति विकसित करने की जिममेदारी होगी। सोढ़ी के पास माइक्रोसॉफ्ट में काम करने का व्यापक अनुभव है।
सुमित अरोड़ा वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में शामिल हुए हैं। उन पर परामर्श कवायद की स्थापना और संचालन की जिम्मेदारी है। अरोड़ा वेल्स फार्गो से पर्सिस्टेंट में शामिल हुए हैं।