बाजार नियामक सेबी ने शुक्रवार को भारतीय जीवन बीमा निगम, भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा पर 10-10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। यह जुर्माना यूटीआई म्युचुअल फंड में अपनी हिस्सेदारी तय समयसीमा में 10 फीसदी से नीचे लाने में नाकाम रहने पर लगाया गया है।
सरकारी स्वामित्व वाली तीनों कंपनियों के खिलाफ सेबी ने अलग-अलग आदेश पारित किया। यह आदेश सेबी म्युचुअल फंड रेग्युलेशन के 7 बी का अनुपालन नहीं करने पर जारी किया गया है। इस नियम के तहत म्युचुअल फंड के किसी प्रायोजक को किसी अन्य म्युचुअल फंड या ट्रस्टी कंपनी में 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी रखने की अनुमति नहीं है।
एलआईसी, एसबीआई और बीओबी क्रमश: एलआईसी एमएफ, एसबीआई एमएफ और बड़ौदा एमएफ के प्रायोजक हैं। इसके साथ ही उनके पास यूटीआई एमएफ और यूटीआई ट्रस्टी कंपनी में 18 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है।
सेबी के आदेश के मुताबिक, तीनों इकाइयों को यूटीआई एमएफ में अपनी हिस्सेदारी मार्च 2019 तक 10 फीसदी से नीचे लानी थी। सेबी के आधिकारी ने आदेश में कहा है, मेरा मानना है कि यह जुर्माना उनकी तरफ से की गई चूक के मुताबिक है।
एलआईसी, एसबीआई और बीओबी ने सेबी के नोटिस के जवाब में कहा था कि वे प्रक्रियागत देरी के कारण तय समयसीमा में अपनी शेयरधारता नहीं घटा पाएंगे। इनमें हिस्सेदारी विनिवेश के लिए सरकारी विभाग से मंजूरी लेना और अहम शेयरधारक अमेरिका की टी रो प्राइस के साथ विनिवेश की मात्रा को लेकर सहमति पर पहुंचने में होने वाली मुश्किल शामिल है। तीनों फर्मों ने सेबी से कहा है कि यूटीआई एमएफ का आईपीओ सितंबर के पहले हफ्ते में आएगा। आईपीओ में एलआईसी, एसबीआई और बीओबी 10 फीसदी से अतिरिक्त हिस्सेदारी का विनिवेश करेंगे, जिससे नियम 7 बी का अनुपालन करने में मदद मिलेगी।
स्टरलाइट पावर ने बेचा इंडिग्रिड का हिस्सा
स्टरलाइट पावर ने इडिया ग्रिड ट्रस्ट (इंडिग्रिड) की 14.7 फीसदी हिस्सेदारी संस्थागत व धनाढ्य निवेशकों (एचएनआई) को 98 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से 840 करोड़ रुपये में बेचने का ऐलान शुक्रवार को किया। स्टरलाइट पावर, इंडिग्रिड की प्रायोजक है, जो भारत का बिजली क्षेत्र का पहला इनविट है। इसका आरंभिक सार्वजनिक पेशकश 2017 में देखने को मिला था।
स्टरलाइट पावर के प्रबंध निदेशक प्रतीक अग्रवाल ने एक बयान में कहा, देश में बिजली क्षेत्र के पहले इनविट में अहम भूमिका निभाने पर स्टरलाइट पावर गौरवान्वित महसूस कर रही है, जिसमें अहम निवेशकों की भागीदारी के साथ बढ़त दर्ज हुई। अब हम अपने प्रमुख कारोबार पर ध्यान केंद्रित करेंगे। बीएस