टाटा पावर को उम्मीद है कि कोविड-19 का उसके कारोबार पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन उसकी कोयला खनन कंपनियों पर इसका असर दिख सकता है। मंगलवार को जारी कंपनी का सालाना रिपोर्ट में ये बातें कही गई है। कंपनी ने कहा कि उसकी मुंद्रा कैश जेनरेटिंग यूनिट (सीजीयू) की रिकवरी की क्षमता अप्रभावित बनी रहेगी। अपनी सालाना रिपोर्ट में कंपनी ने यह भी कहा कि वह ताप विद्युत में किसी तरह का विस्तार शुरू नहीं करेगी और भारतीय व अंतरराष्ट्रीय बाजारों में वितरण कारोबार में विकल्प तलाशेगी और पारेषण परिसंपत्तियों का अधिग्रहण करेगी।
टाटा पावर ने एक रिपोर्ट में कहा, यह मानते हुए कि बिजली आपूर्ति आवश्यक सेवा है, प्रबंधन का मानना है कि कंपनी, उसकी सहायकों, संयुक्त उद्यमों और एसोसिएट्स के कारोबार पर इस महामारी का बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा है। हालांकि उसकी कोयला खदान कंपनियों के भविष्य के प्रदर्शन पर कोविड-19 की अनिश्चितता का असर हो सकता है।
कंपनी ने कहा कि उसके संवेदनशील विश्श्लेषण के आधार पर कंपनी का मानना है कि कोविड-19 की अनिश्चितता का मुंद्रा सीजीयू की रिकवरी की क्षमता पर असर शायद नहीं पड़ेगा।
