100 अरब डॉलर के मूल्यांकन वाले भारतीय कॉरपोरेट समूहों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है। शेयर बाजारों में तेजी के कारण इस सूची में तीन नए समूह और जुड़े हैं।
सुनील मित्तल का भारती एयरटेल समूह (Bharti Airtel Group), आईसीआईसीआई बैंक समूह और कुमार मंगलम बिड़ला की अगुआई वाला आदित्य बिड़ला समूह इस क्लब में शामिल होने वाले तीन नए समूह हैं।
सूची में सबसे ऊपर 150 वर्ष से ज्यादा पुराना टाटा समूह (Tata Group) है जिसका संयुक्त बाजार पूंजीकरण (Mcao) 366 अरब डॉलर है।
इसके बाद मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुआई वाला रिलायंस समूह (267 अरब डॉलर) और गौतम अदाणी (Gautam Adani) का अदाणी समूह (205 अरब डॉलर) आता है। करीब 1.5 लाख करोड़ डॉलर के संयुक्त बाजार मूल्यांकन के साथ इन आठ समूह की हिस्सेदारी भारत के बाजार पूंजीकरण में करीब 30 फीसदी है।
आठों समूह में एयरटेल की मार्केट वैल्यू में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह भारती एयरटेल की मार्केट वैल्यू 65 फीसदी उछलकर करीब 100 अरब डॉलर हो जाना है। उसने मई में अपनी सहायक भारती हेक्साकॉम को भी सूचीबद्ध कराया है।
अदाणी समूह (Adani Group) ने मार्केट वैल्यू में दूसरी सबसे बड़ी उछाल 65 फीसदी दर्ज की है, जो अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद घट गई थी।
आदित्य बिड़ला समूह (Aditya Birla Group) ने अपने बाजार पूंजीकरण में 50 फीसदी से ज्यादा की उछाल देखी है और 100 अरब डॉलर वाले क्लब में शामिल होने वाला यह नया समूह है। एचडीएफसी समूह एकमात्र ऐसा है जिसने अपनी मार्केट वैल्यू में क्षरण देखा है। निफ्टी 500 इंडेक्स पिछले एक साल में करीब 35 फीसदी उछला है।