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अब बढ़ेगी Airtel 5G की रफ्तार! टेलीकॉम कंपनी ने स्वीडिश फर्म Ericsson से इक्विपमेंट के लिए की साझेदारी

Ericsson ने बताया कि ये नई कैपिसिटी एयरटेल के 5G से कमाई की रणनीति को मजबूती देंगी और नए बिजनेस मॉडल बनाने में मदद करेंगी।

Last Updated- February 25, 2025 | 8:51 PM IST
फोटो क्रेडिट: PTI

स्वीडिश टेलीकॉम इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनी Ericsson ने मंगलवार को कहा कि वह दूरसंचार ऑपरेटर भारती एयरटेल को जरूरी 5G इक्विपमेंट की आपूर्ति करेगा, जिससे कंपनी धीरे-धीरे पूरी तरह से कमर्शियल लाइव 5G स्टैंडअलोन (SA) नेटवर्क में बदल सके। Ericsson ने बताया कि ये नई कैपिसिटी एयरटेल के 5G से कमाई की रणनीति को मजबूती देंगी और नए बिजनेस मॉडल बनाने में मदद करेंगी।

SA मोड में नेटवर्क पूरी तरह 5G पर आधारित होता है, जबकि NSA मोड में 5G, मौजूदा 4G और 3G रेडियो नेटवर्क की परत पर काम करता है। अब तक, रिलायंस जियो SA तकनीक के जरिए 5G सेवा दे रहा था, जबकि एयरटेल ने नॉन-स्टैंडअलोन (NSA) आधारित नेटवर्क का उपयोग किया है।

इस समझौते के तहत, Ericsson एयरटेल के नेटवर्क में अपना सिग्नलिंग कंट्रोलर सॉल्यूशन तैनात करेगा। इसके अलावा, एयरटेल के नेटवर्क में Ericsson का 5G SA-इनेबल्ड चार्जिंग और पॉलिसी सॉल्यूशन भी जोड़ा जाएगा। ये नई कैपिसिटी एयरटेल के 5G से कमाई की रणनीति को मजबूती देंगी और नए बिजनेस मॉडल विकसित करने में मदद करेंगी। एयरटेल जल्द ही फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) सेवाओं को SA मोड में लॉन्च करने जा रहा है। इस बारे में वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गोपाल विट्टल ने जानकारी दी।

टेलीकॉम कंपनी दिसंबर 2024 तक 5G SA नेटवर्क लॉन्च करने की योजना बना रही थी। एयरटेल पहले ही बता चुका है कि उसका कोर, ट्रांसपोर्ट और रेडियो नेटवर्क SA-रेडी है।

5G SA तकनीक से क्या फायदा होगा?

एयरटेल के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर रंदीप सेखों ने कहा, “Ericsson के साथ हमारी साझेदारी अब एक नए चरण में प्रवेश कर रही है, जिसमें एयरटेल के 5G स्टैंडअलोन ट्रांजिशन को सपोर्ट करने के लिए Ericsson के 5G कोर सॉल्यूशंस तैनात किए जा रहे हैं। यह रोलआउट एयरटेल की लॉन्ग-टर्म 5G रणनीति में अहम भूमिका निभाएगा, नेटवर्क क्षमता को बढ़ाएगा और ग्राहकों को नए, अलग-अलग सेवाएं प्रदान करने में मदद करेगा।”

पिछले साल, एयरटेल ने SA मोड में 5G अपनाने की घोषणा की थी ताकि घरेलू FWA में तेज अपलिंक और डाउनलिंक परफॉर्मेंस सुनिश्चित किया जा सके। Ericsson वैश्विक स्तर पर 5G SA को भविष्य की तकनीक के रूप में प्रमोट कर रहा है।

इस 5G मोड में नेटवर्क स्लाइसिंग संभव होती है, जिससे अलग-अलग यूजर्स या सेवाओं के लिए कस्टमाइज्ड सर्विस दी जा सकती हैं।

Ericsson के साउथ ईस्ट एशिया, ओशिनिया और इंडिया के मार्केट एरिया हेड, एंड्रेस विसेंटे ने कहा, “यह तैनाती भारती एयरटेल के नेटवर्क को 5G स्टैंडअलोन-रेडी और फ्यूचर-प्रूफ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। Ericsson का डुअल-मोड 5G कोर नेटवर्क स्लाइसिंग-बेस्ड सेवाओं और नेटवर्क API एक्सपोजर के माध्यम से कमाई की संभावनाओं को खोलता है, जिससे उपभोक्ताओं और उद्यमों के लिए नए, इनोवेटिव उपयोग के मामले सामने आएंगे।”

Ericsson और एयरटेल के बीच 25 साल की मजबूत साझेदारी

यह सौदा एयरटेल द्वारा नोकिया को 4G और 5G इक्विपमेंट्स के लिए ‘मल्टी-ईयर, मल्टी-बिलियन’ एक्सटेंशन डील देने के दो सप्ताह बाद हुआ है।

Ericsson लंबे समय से एयरटेल का कनेक्टिविटी पार्टनर रहा है। दोनों के बीच 25 से अधिक सालों से करीबी साझेदारी रही है और यह मोबाइल कम्युनिकेशन की हर जनरेशन को कवर करती है। भारत में एयरटेल का पहला 5G कॉन्ट्रैक्ट भी Ericsson को ही दिया गया था।

दिसंबर 2023 में, एयरटेल ने Ericsson के साथ 4G और 5G कॉन्ट्रैक्ट को बढ़ाने के लिए ‘मल्टी-ईयर’, ‘मल्टी-बिलियन-डॉलर’ समझौते की घोषणा की थी। इसके तहत, एयरटेल के नेटवर्क में सेंट्रलाइज्ड रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) और ओपन RAN-रेडी सॉल्यूशंस की तैनाती की जानी थी। इसके अलावा, Ericsson ने पहले से स्थापित 4G रेडियो का सॉफ्टवेयर अपग्रेड करने की भी योजना बनाई है, जिससे ग्राहकों का अनुभव और बेहतर होगा।

First Published - February 25, 2025 | 8:51 PM IST

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