खाद्य उत्पाद बनाने वाली प्रमुख कंपनी नेस्ले इंडिया की पंतनगर (उत्तराखंड) फैक्ट्री में कर्मियों की हड़ताल जारी है।
उधम सिंह नगर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और कंपनी का प्रबंधन तंत्र मामले को सुलझाने के लिए कर्मियों से बातचीत भी कर रहा है लेकिन इस मामले में अभी तक दोनों पक्षों के बीच अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। इस फैक्ट्री में 650 कर्मचारी कार्यरत हैं।
इस मामले को सुलझाने में भूमिका अदा कर रहे सहायक श्रम आयुक्त विपिन कुमार कहते हैं, ‘हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और जल्द ही कोई कारगर फॉर्मूला तय हो जाएगा।’ कंपनियों और कर्मियों के बीच 27 अप्रैल को तनातनी तब बढ़ गई जब कंपनी ने प्रोबेशन में काम कर रहे दो कर्मियों के प्रदर्शन को पैमाना बनाकर बर्खास्त कर दिया। इसके बाद हड़ताल का ऐलान हो गया।
बीचबचाव करते हुए विपिन कुमार ने एक मई को दोनों पक्षों को बातचीत के लिए तैयार किया लेकिन अगले ही दिन कंपनी ने चार अन्य कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जिससे मामला बनते-बनते बिगड़ गया। दूसरी ओर कंपनी इस मामले में पूरी तरह से अपना बचाव कर रही है।
कंपनी के प्रवक्ता का कहना है, ‘यह हड़ताल पूरी तरह से अवैध और गैरकानूनी है।’ बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘इस पूरे इलाके में जितने भी उद्योग हैं उनमें हमारी कंपनी सबसे बेहतर वेतन और दूसरी सुविधाएं अपने कर्मियों को मुहैया कराती है।’
पंतनगर में नेस्ले कर्मियों की हड़ताल खत्म कराने के लिए आगे आया प्रशासन
