गेमिंग क्षेत्र की प्रमुख सूचीबद्ध कंपनी नजारा टेक्नोलॉजिज ने तरजीही निर्गम के जरिये 855 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसमें एसबीआई इनोवेटिव ऑपर्च्युनिटीज फंड, जूनोमोनेटा फिनसोल और थिंक इंडिया ऑपर्च्युनिटीज मास्टर फंड एलपी ने भी हिस्सा लिया।
27 नवंबर को नियामकीय सूचना में नजारा के निदेशक मंडल ने प्रति शेयर 954.27 रुपये के निर्गम मूल्य पर 89,59,728 शेयरों के आवंटन को मंजूरी दी है। सितंबर में कंपनी ने रणनीतिक अधिग्रहण को बढ़ावा देने और कारोबार विस्तार के लिए 900 करोड़ रुपये जुटाने की योजना का ऐलान किया था।
एसबीआई इनोवेटिव ऑपर्च्युनिटीज फंड एसबीआई म्युचुअल फंड की योजना है। उसने 220 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि प्लूटस वेल्थ की सहयोगी कंपनी जूनोमोनेटा फिनसोल ने 150 करोड़ रुपये की गारंटी दी। इस बीच थिंक इंडिया ऑपर्च्युनिटीज मास्टर फंड एलपी ने गेमिंग कंपनी में 150 करोड़ रुपये का निवेश किया।
अन्य प्रमुख निवेशकों जैसे कैरेटलेन के सह-संस्थापक मिथुन सचेती और उनके भाई सिद्धार्थ सचेती ने 75-75 करोड़ रुपये का निवेश किया। यह इस साल नजारा द्वारा जुटाई गई दूसरी सबसे बड़ी रकम है। इससे पहले कंपनी ने निखिल कामत, एसबीआई म्युचुअल फंड और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड जैसे प्रमुख निवेशकों से 760 करोड़ रुपये जुटाए थे।
कंपनी हाल ही में विस्तार की होड़ में लगी है क्योंकि वह अधिग्रहण के जरिये विस्तार कर रही है और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश करना चाहती है। नजारा ने इस साल सितंबर में पोकरबाजी की मूल कंपनी मूनशाइन टेक्नोलॉजी में 982 करोड़ रुपये में 47.7 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी। यह घरेलू गेमिंग क्षेत्र में सबसे बड़े विलय और अधिग्रहण (एमऐंडए) सौदों में से एक था।
उसने ब्रिटेन की गेमिंग स्टूडियो फ्यूजबॉक्स गेम्स का भी 288 करोड़ रुपये के नकद सौदे में अधिग्रहण किया है और स्पोर्टकीडा की मूल कंपनी एब्सोल्यूट स्पोर्ट्स में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर विचार कर रही है।
इस महीने की शुरुआत में नजारा ने वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के दौरान 33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16.24 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था जिसमें एक साल पहले की अवधि के 24.18 करोड़ रुपये के तुलना में गिरावट आई। तिमाही आधार पर लाभ पिछली तिमाही के 23.62 करोड़ रुपये के मुकाबले 31 प्रतिशत घट गया।