ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने आरबीएल बैंक (RBL Bank) में अपनी 3.45 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी यह हिस्सेदारी ब्लॉक डील के जरिए बेचेगी, जिसकी कुल वैल्यू लगभग ₹682 करोड़ होगी। इस डील के बाद कंपनी अपने निवेश के लगभग एक साल बाद इस प्राइवेट बैंक से पूरी तरह बाहर निकल जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस ब्लॉक डील के लिए फ्लोर प्राइस ₹317 प्रति शेयर तय किया गया है, जो बैंक के मौजूदा बाजार मूल्य से करीब 2.1 फीसदी कम है। इस बारे में M&M को भेजे गए ईमेल का जवाब खबर लिखे जाने तक नहीं मिला।
महिंद्रा एंड महिंद्रा को RBL बैंक से एग्जिट के साथ बड़ा मुनाफा हुआ है। कंपनी को जुलाई 2023 में किए गए ₹417 करोड़ के निवेश पर 64 फीसदी रिटर्न मिलने की उम्मीद है। उस समय कंपनी ने ₹197 प्रति शेयर के भाव से बैंक में अल्पांश हिस्सेदारी (minority stake) खरीदी थी।
अगस्त 2023 में M&M ने यह स्पष्ट कर दिया था कि कंपनी का बैंक में आगे निवेश करने का कोई इरादा नहीं है। मौजूदा एग्जिट कंपनी की उसी रणनीतिक सोच को दर्शाता है, जो उसने निवेश के तुरंत बाद जाहिर की थी।
M&M के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ अनीश शाह ने उस समय कहा था, “फिलहाल हमारा निवेश आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है। लेकिन इस निवेश से हमें बैंकिंग सेक्टर को बेहतर समझने में मदद मिली है, जिससे करीब ₹40,000 करोड़ के बाजार पूंजीकरण वाले हमारे बिजनेस की वैल्यू में वृद्धि हो सकती है।”
यह सफल और मुनाफे वाला विनिवेश (divestment) दर्शाता है कि महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) का बैंकिंग सेक्टर की बेहतर समझ हासिल करने का लक्ष्य पूरा हो गया है। इसी वजह से कंपनी ने RBL बैंक में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।