अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा बुधवार को भारत से होने वाले निर्यात पर 25 फीसदी शुल्क लागू करने की घोषणा मध्य प्रदेश से होने वाले निर्यात पर असर डालेगी। प्रदेश के उद्योग जगत के विशेषज्ञों ने इसे लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ उद्योगपतियों का कहना है कि अमेरिका को होने वाला निर्यात नगण्य है जबकि अन्य का कहना है कि प्रदेश को निर्यात के लिए नए बाजार तलाश करने होंगे।
पीथमपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष गौतम कोठारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘अमेरिका को हमारा निर्यात बहुत अधिक नहीं है। पीथमपुर, भोपाल, इंदौर और देवास क्लस्टर से दवाओं, वाहन कलपुर्जे और टेक्सटाइल का निर्यात अमेरिका को किया जाता है। अब तक की जानकारी के मुताबिक औषधि यानी फार्मा क्षेत्र इस शुल्क वृद्धि के दायरे से बाहर है लेकिन बाकी दो क्षेत्रों का निर्यात ट्रंप द्वारा 25 फीसदी का शुल्क लागू करने की घोषणा से जरूर प्रभावित होगा। परंतु इसके साथ ही उद्योग जगत इससे बचने के उपाय भी तलाश कर ही लेगा। मुझे लगता है कि प्रदेश के संबंधित उद्योग इस चुनौती को एक अवसर के रूप में लेंगे और अपने काम का पुनर्गठन करेंगे।’
मध्य प्रदेश के ऑटो क्लस्टर यानी इंदौर, भोपाल, देवास और पीथमपुर में 200 से अधिक वाहन कलपुर्जा निर्माता कंपनियां मौजूद हैं। गत वर्ष इस क्षेत्र से करीब 20 करोड़ डॉलर मूल्य की वस्तुएं निर्यात की गईं। इसमें बड़ा हिस्सा अमेरिका को गया। इसी प्रकार औषधि क्षेत्र से गत वर्ष करीब 11,000 करोड़ रुपये मूल्य की दवाएं और चिकित्सा उपकरण निर्यात किए गए।