मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने गुरुवार को कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने यात्री वाहनों का निर्यात करने के लिए कामराजर पोर्ट लिमिटेड (Kamarajar Port Limited) के साथ पांच साल का एक समझौता किया है। समझौता दिसंबर, 2022 से शुरू हो चुका है।
Maruti हर साल करीब 20,000 कारों का करेगी निर्यात
मारुति ने बयान में कहा कि इस समझौते के तहत कंपनी अफ्रीका, पश्चिम एशिया, लातिनी अमेरिका, आसियान, ओशेनिया और दक्षेस क्षेत्रों में निर्यात कामराजर बंदरगाह के जरिये करेगी। बयान में बताया गया कि यहां से हर साल करीब 20,000 कारों का निर्यात किया जाएगा। वाहनों की इकाइयों के लिए बंदरगाह ने अलग से व्यवस्था की है।
मुंबई, मुंद्रा और पीपावाव बंदरगाह पर भीड़भाड़ कम होगी
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) हिसाशी ताकेउची ने कहा, ‘कामराजर बंदरगाह से निर्यात शुरू होने पर हमें ग्राहकों के व्यापक आधार तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इस पहल से मुंबई बंदरगाह, मुंद्रा बंदरगाह और पीपावाव बंदरगाह पर भीड़भाड़ भी कम होगी। मौजूदा समय में कंपनी इन तीनों बंदरगाह से वाहनों का निर्यात करती है।’
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हमारे परिचालन का भी विस्तार होगा- सुनील पालीवाल
मारुति सुजुकी ने कहा कि 2021-22 में उसने 100 से अधिक देशों को 2.38 लाख से अधिक वाहनों का निर्यात किया था जो उसका सर्वाधिक निर्यात था। कंपनी मुंबई बंदरगाह, मुद्रा बंदरगाह और पीपावाव बंदरगाह से भी निर्यात जारी रखेगी। कामराजर पोर्ट लिमिटेड के चेयरमैन एवं मुख्य कार्याधिकारी सुनील पालीवाल ने कहा, ‘भारत के निर्यात में मारुति सुजुकी का बड़ा योगदान है और इस कंपनी के साथ जुड़ने से हमारे परिचालन का भी विस्तार होगा।’