लार्सन ऐंड टुब्रो लिमिटेड (एलऐंडटी) सुपर-क्रिटिकल बॉयलर और सुपर-क्रिटिकल टर्बाइन जेनरेटरों की प्रति वर्ष 4000 मेगावाट निर्माण क्षमता से लैस होगी। गुजरात के हजीरा में आज नए संयंत्र की आधारशिला रखी गई।
इस अवसर पर एलऐंडटी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ए. एम. नाइक और मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रतिनिधि निदेशक इचिरो फुकेई मौजूद थे।एलऐंडटी सुपर-क्रिटिकल बॉयलर और स्टीम टर्बाइन जेनरेटर के क्षेत्र में प्रवेश करने वाली भारत में निजी क्षेत्र की एकमात्र कंपनी है।
कंपनी जापान की मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज (एमएचआई) के साथ दो संयुक्त उपक्रमों के जरिये विशाल विद्युत संयंत्र के कलपुर्जों का निर्माण और विपणन करेगी। एलऐंडटी की इन दोनों संयुक्त उपक्रमों में 51 फीसदी और एमएचआई की 49 फीसदी की भागीदारी है। इन संयुक्त उपक्रमों में 1500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
संयुक्त उपक्रमों ने हजीरा में वर्तमान इकाइयों में अपना संचालन पिछले ही वर्ष शुरू कर दिया था और दो नए कार्यशिविरों का निर्माण भी किया जा चुका है।
एलऐंडटी फिलहाल विद्युत परियोजनाओं के अलावा कंडेंसर और फीड हीटिंग सिस्टस के निर्माण में भी लगी हुई है। विद्युत परियोजनाओं के डेवलपर के रूप में एलऐंडटी ने जेनरेशन क्षेत्र में प्रवेश करने के अपने इरादे की घोषणा कर दी है। कंपनी विद्युत क्षेत्र के लिए सिंगल प्वाइंट सॉल्युशन प्रदाता बनने के लिए क्षमताएं विकसित कर चुकी है।