लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) समूह की इंजीनियरिंग, अनुसंधान और विकास कंपनी एलऐंडटी टेक्नॉलजी सर्विसेज (एलटीटीएस) का निकट भविष्य में तीन अरब डॉलर का राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य है। कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक अमित चड्ढा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा है कि इसके तहत कंपनी का लक्ष्य मोबिलिटी, सस्टेनेबिलिटी और टेक्नालॉजी जैसी अपने तीनों प्रमुख श्रेणियों को एक अरब डॉलर तक बढ़ाना है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ खास बातचीत में चड्ढा ने कहा कि दीर्घावधि में एलटीटीएस को 5 अरब डॉलर की कंपनी बनाने का समग्र लक्ष्य है, जिससे यह वैश्विक स्तर पर मौजूदा तीसरे स्थान से ईआरऐंडडी क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी। चड्ढा ने कहा, ‘अब हमारा ध्यान बड़े सौदों पर है। इस तिमाही में हमने 8 करोड़ डॉलर से अधिक के सौदे संपन्न किए हैं और पिछली तिमाही में हमने 5 करोड़ डॉलर के सौदे किए थे। पिछली तिमाही में हमने सबसे बड़े संभावित सौदे थे। मुझे लगता है कि हम इस तिमाही में भी इसे बरकरार रख पाएंगे। मुझे पूरा भरोसा है कि पिछले साल के मुकाबले कैलेंडर वर्ष 2025 हमारे लिए बेहतर रहेगा।’
कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2024 में 1.2 अरब डॉलर के पार हो गया था। चड्ढा ने कहा कि बगैर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाए हुए एलटीटीएस ने बीते नौ महीनों के दौरान एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले स्थिर मुद्रा में 8.7 फीसदी की वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि कंपनी अगली दो तिमाहियों तक कार्यबल में इजाफा किए बगैर वृद्धि बरकरार रख सकती है। एलटीटीएस ईआरऐंडडी क्षेत्र की उन कुछ कंपनियों में शामिल है, जो अपनी वृद्धि को बरकरार रखने में सफल रही हैं। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने स्थिर मुद्रा में 31.2 करोड़ डॉलर और 2,650 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है जो एक तिमाही पहले के मुकाबले 3.1 फीसदी अधिक है। वृद्धि को दम प्रौद्योगिकी और सस्टेनेबिलिटी श्रेणी से मिली है। एक तिमाही पहले के मुकाबले कंपनी की प्रौद्योगिकी श्रेणी में 9.8 फीसदी और सस्टेनेबिलिटी में 3.1 फीसदी का इजाफा हुआ है।
इस साल की शुरुआत में जनवरी में एलटीटीएस ने इंटेलिस्विफ्ट सॉफ्टवेयर का अधिग्रहण पूरा किया। इस अधिग्रहण से कंपनी के 25,000 लोगों के कार्यबल में करीब 1,500 की वृद्धि हुई थी। चड्ढा ने कहा कि कंपनी इस साल चरणबद्ध तरीके से 2,000 फ्रेशरों की नियुक्ति करेगी। एलटीटीएस को वित्त वर्ष 2025 में स्थिर मुद्रा में अपना राजस्व 10 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है, जिसमें इंटेलिस्विफ्ट का योगदान भी शामिल है। उन्होंने कहा कि एलटीटीएस अपने कर्मचारियों को सिर्फ मैसूरु में ही नहीं बल्कि सभी केंद्रों पर प्रौद्योगिकी विकास पर काम करने के लिए प्रेरित कर कुशल बना रही है।
चड्ढा ने कहा, ‘मूल बात है कि आज कंपनी के 25,000 कर्मचारियों में 50 फीसदी बियॉन्ड बिलेबल प्रौद्योगिकी पहलों में शामिल हैं जो चार साल पहले के मुकाबले 9 फीसदी अधिक है। इनमें से कुछ कर्मचारी शोध पत्र लिख रहे हैं, कुछ उन्हें पेश कर रहे हैं और अन्य पेटेंटों पर काम कर रहे हैं। नतीजतन, हम पिछली 16 तिमाहियों से लगातार हर तिमाही में 50 पेटेंट दाखिल कर रहे हैं। कुल मिलाकर अभी तक हम एआई में 175 से अधिक पेटेंट दाखिल कर चुके हैं।’ उन्होंने कहा कि एलटीटीएस ने अब तक अपने कुल कार्यबल के करीब एक तिहाई को एआई एवं एआई से संबंधित टूल्स में प्रशिक्षित किया है।