गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) धनाढ्य निवेशकों (एचएनआई) को आईपीओ पर दांव लगाने के लिए करीब 2 लाख करोड़ रुपये उधार देने को तैयार खड़ी हैं। उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बाजार में आईपीओ की बाढ़ है, जिससे पूंजी की मांग काफी बढ़ गई है और कर्ज की लागत भी 10 फीसदी के निचले स्तर से बढ़कर 13 फीसदी तक पहुंच गई है।
10 नवंबर तक पांच कंपनियां 31,000 करोड़ रुपये से अधिक के आईपीओ लाने जा रही हैं। उद्योग के भागीदारों को उम्मीद है कि इसमें सबसे बड़ा दांव नायिका पर होगा। कंपनी के आईपीओ के लिए एचएनआई श्रेणी में 80,000 से 90,000 करोड़ रुपये के बीच बोलियां आ सकती हैं।
उनका कहना है कि ऑनलाइन सौंदर्य प्रसाधन का कारोबार करने वाली इस स्टार्टअप का प्रदर्शन इस दौरान बाजार में आने वाली फिनो पमेंट्स बैंक, पॉलिसीबाजार और एसजेएस एंटरप्राइजेज से बेहतर हो सकता है। पेटीएम के 18,300 करोड़ रुपये के आईपीओ की कितनी मांग रहेगी इसका अंदाजा अभी नहीं लग पाया है क्योंकि कंपनी ने हाल ही में निर्गम की तिथि की घोषणा की है। एक ब्रोकरेज कंपनी के अधिकारी ने कहा, ‘आईपीओ की भरमार होने से पूंजी की कमी दिख रही है। कई ग्राहक शिकायत कर रहे हैं कि फंड आसानी से उपलब्ध नहीं हैं और एनबीएफसी कर्ज के लिए 13 फीसदी ब्याज मांग रही हैं।’ आमतौर पर एचएनआई को एनबीएफसी आईपीओ पर दांव लगाने के लिए 8 से 10 फीसदी ब्याज पर पैसे देती हैं।
एनबीएफसी ने पूंजी की जरूरतों के लिए 7 दिन की वाणिज्यिक प्रतिभूतियां जारी की हैं। ये प्रतिभूतियां 5.5 से 6.5 फीसदी ब्याज दर पर जारी की गई हैं। उद्योग के भागीदारों ने कहा कि भारी मांग के कारण वाणिज्यिक प्रतिभूतियों की ब्याज दर में भी 100 से 200 आधार अंक का इजाफा हुआ है।
बॉन्ड बाजार के एक डीलर ने कहा, ‘लिक्विड एमएफ सामान्य तौर पर अल्पावधि वाले निवेश साधनों में निवेश करते हैं, जिनमें 4 फीसदी रिटर्न मिलता है। ऐसे में ये प्रतिभूतियां ज्यादा ब्याज के लिहाज से उनके लिए अच्छा अवसर है।’ सूत्रों ने कहा कि बजाज फाइनैंस, कोटक सिक्योरिटीज, आईआईएफएल, जेएम फाइनैंशियल और मोतीलाल ओसवाल जैसी एनबीएफसी एचएनआई को आईपीओ के लिए कर्ज देने के वास्ते वाणिज्यिक प्रतिभूति बाजार से पैसे उठा सकती हैं।
एक ब्रोकरेज फर्म के एक अधिकारी ने कहा, ‘एचएनआई नायिका के आईपीओ पर आक्रामक दांव लगा सकते हैं क्योंकि ग्रे मार्केट में इस आईपीओ का प्रीमियम 50 फीसदी से अधिक है। अधिकांश एचएनआई को जोमैटो में तगड़ा मुनाफा हुआ था। इससे उनका हौसला बढ़ा हुआ है।’
