facebookmetapixel
Gratuity Calculator: ₹50,000 सैलरी और 10 साल की जॉब, जानें कितना होगा आपका ग्रैच्युटी का अमाउंटट्रंप के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो ने BRICS गठबंधन पर साधा निशाना, कहा- यह पिशाचों की तरह हमारा खून चूस रहा हैGold, Silver price today: सोने का वायदा भाव ₹1,09,000 के आल टाइम हाई पर, चांदी भी चमकीUPITS-2025: प्रधानमंत्री मोदी करेंगे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का उद्घाटन, रूस बना पार्टनर कंट्रीGST कट के बाद ₹9,000 तक जा सकता है भाव, मोतीलाल ओसवाल ने इन दो शेयरों पर दी BUY रेटिंग₹21,000 करोड़ टेंडर से इस Railway Stock पर ब्रोकरेज बुलिशStock Market Opening: Sensex 300 अंक की तेजी के साथ 81,000 पार, Nifty 24,850 पर स्थिर; Infosys 3% चढ़ानेपाल में Gen-Z आंदोलन हुआ खत्म, सरकार ने सोशल मीडिया पर से हटाया बैनLIC की इस एक पॉलिसी में पूरे परिवार की हेल्थ और फाइनेंशियल सुरक्षा, जानिए कैसेStocks To Watch Today: Infosys, Vedanta, IRB Infra समेत इन स्टॉक्स पर आज करें फोकस

BYJU’s के ऋणदाताओं ने शुरू की दिवालिया कार्यवाही

ऋणदाताओं ने आरोप लगाया है कि BYJU's ने साल 2021 में कंपनी की अमेरिकी सहायक कंपनी बैजूस अल्फा को ऋण देने के तुरंत बाद अपने टर्म लोन चुकाना बंद कर दिया।

Last Updated- June 05, 2024 | 11:42 PM IST
Court rejects NCLAT order stopping bankruptcy proceedings against Byju's न्यायालय ने Byju's के खिलाफ दिवाला कार्यवाही रोकने वाले NCLAT के आदेश को किया खारिज

अमेरिकी ऋणदाताओं के एक समूह ने शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी बैजूस की कुछ परिसंपत्तियों को दिवालिया करने के लिए याचिका दायर की है। इसमें कहा गया है कि कंपनी अपने बकाया ऋण का भुगतान नहीं कर रही है।

बैजूस अल्फा इंक को 1.4 अरब डॉलर का ऋण देने वाले ऋणदाताओं के तदर्थ समूह ने कहा कि टर्म लोन और जीएलएएस ट्रस्ट कंपनी एलएलसी ( टर्म लोन के प्रशासनिक एजेंट और रेहन एजेंट) के कुछ धारकों ने अमेरिकी दिवालिया संहिता के अध्याय 11 के तहत याचिका दायर की है।

ऐसा इसलिए किया गया है ताकि अमेरिका के डिस्ट्रिक्ट ऑफ डेलावेयर की दिवालिया अदालत में कंपनी के टर्म लोन के तीन अमेरिकी गारंटर- एपिक!, न्यूरॉन फ्यूल (डीबीए टिंकर) और टैंजिबल प्ले (डीबीए ऑस्मो) के खिलाफ मुकदमा चलाया जा सके।

ऋणदाताओं ने आरोप लगाया है कि बैजूस ने साल 2021 में कंपनी की अमेरिकी सहायक कंपनी बैजूस अल्फा को ऋण देने के तुरंत बाद अपने टर्म लोन चुकाना बंद कर दिया। ऋणदाताओं ने कहा कि उन्होंने बैजूस की चूक को ठीक करने के लिए कई उत्पादक और सहयोगात्मक काम करने का हरसंभव प्रयास किया।

ऋणदाताओं ने आरोप लगाया, ‘मगर यह स्पष्ट हो गया है कि बैजूस प्रबंधन अब अपने टर्म लोन चुकाने का इरादा नहीं रखता है अथवा उसकी क्षमता नहीं है। दरअसल, बैजूसस के संस्थापक बैजू रवींद्रन, रिजू रवींद्रन और दिव्या गोकुलनाथ ने अवैध तरीके से ऋण में 53.3 करोड़ डॉलर का हेरफेर किया है, जिसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है।’

ऋणदाताओं का यह भी आरोप है कि बैजूस के असफल नेतृत्व और कुप्रबंधन की वजह से कंपनी की परिसंपत्तियों और मूल्य को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा है कि बैजूस के शेयरधारकों और ऋणदाताओं ने भी अपने निवेश मूल्य में गिरावट देखी है। कंपनी के कर्मचारियों और वेंडरों को समय पर भुगतान नहीं हो रहा है और ग्राहकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

ऋणदाताओं ने कहा, ‘अन्य बड़े लक्ष्यों के अलावा हमने एपिक!, न्यूरॉन फ्यूल और टैंजिबल प्ले के मूल्य की रक्षा के लिए यह कार्रवाई की है। हमने उनकी सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं और कारोबार को फिर से सुचारू करने के लिए आवश्यकता पर पूंजी लगाने को भी तैयार है। न्यायालय की देखरेख में अब ऋणदाताओं को उम्मीद है कि एपिक!, न्यूरॉन फ्यूल और टैंजिबल प्ले को इससे लाभ मिलेगा।

First Published - June 5, 2024 | 11:10 PM IST

संबंधित पोस्ट