facebookmetapixel
ITR फाइल तो कर दिया, लेकिन अभी तक रिफंड नहीं मिला? जानें किन-किन वजहों से अटकता है पैसाFMCG, कपड़ा से लेकर ऑटो तक… GST कटौती से क्या कंजम्पशन फंड्स बनेंगे निवेश का नया हॉटस्पॉट?Income Tax: क्या आपको विरासत में मिले सोने पर भी टैक्स देना होगा? जानें इसको लेकर क्या हैं नियमTop-5 Mid Cap Fund: 5 साल में ₹1 लाख के बनाए ₹4 लाख; हर साल मिला 34% तक रिटर्नभारत-इजरायल ने साइन की बाइलेट्रल इन्वेस्टमेंट ट्रीटी, आर्थिक और निवेश संबंधों को मिलेगी नई मजबूतीभारत में जल्द बनेंगी सुपर एडवांस चिप्स! सरकार तैयार, Tata भी आगे₹100 से नीचे ट्रेड कर रहा ये दिग्गज स्टॉक दौड़ने को तैयार? Motilal Oswal ने दी BUY रेटिंग; चेक करें अगला टारगेटअमेरिका टैरिफ से FY26 में भारत की GDP 0.5% तक घटने की संभावना, CEA नागेश्वरन ने जताई चिंताPaytm, PhonePe से UPI करने वाले दें ध्यान! 15 सितंबर से डिजिटल पेमेंट लिमिट में होने जा रहा बड़ा बदलावVedanta Share पर ब्रोकरेज बुलिश, शेयर में 35% उछाल का अनुमान; BUY रेटिंग को रखा बरकरार

कर्जदाता समूह ने Byju’s के मुकदमे को बताया तथ्यहीन, कहा- जिम्मेदारी से बचने के लिए ऐसा किया गया

एडटेक फर्म बैजूस ने अमेरिका की निवेश प्रबंध कंपनी रेडवुड के खिलाफ एक मुकदमा दायर किया है। इसमें 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन बी के खिलाफ चुनौती दी है

Last Updated- June 09, 2023 | 6:20 PM IST
Court rejects NCLAT order stopping bankruptcy proceedings against Byju's न्यायालय ने Byju's के खिलाफ दिवाला कार्यवाही रोकने वाले NCLAT के आदेश को किया खारिज

बैजूस (Byju’s) को 1.2 अरब डॉलर का उधार देने वाले कर्जदाता ग्रुप ने अपने एक बयान में कहा है कि एडटेक फर्म की तरफ से उनपर लगाया गया आरोप आधारहीन और बिना किसी तथ्य का है। कंपनी अपने दायित्वों से बचने के लिए स्टेट ऑफ न्यू यॉर्क कॉन्टी के सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दर्ज की है।

एडटेक फर्म बैजूस ने अमेरिका की निवेश प्रबंध कंपनी रेडवुड के खिलाफ एक मुकदमा दायर किया है। इसमें 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन बी (TLB) के खिलाफ चुनौती दी है और कर्जदाता को अयोग्य घोषित करने को कहा है। बता दें कि बैजूस को 85 फीसदी से ज्यादा का टर्म लोन (सावधि लोन) इस कर्जादाता समूह से मिला हुआ है, जिसकी कीमत 1.2 अरब डॉलर है।

कर्जदाता समूह ने बयान में कहा, ‘बैजूस की तरफ से टर्म लोन के खिलाफ आधारहीन मुकदमा केवल जिम्मेदारियों से बचने का एक प्रयास है, जिसमें अनुबंध (Contract) के लिए आवश्यक भुगतान करना भी शामिल है।’

बयान में आगे कहा गया है कि कर्जदाताओं का एक समूह, जिसमें दुनिया भर के 21 बड़े निवेशक शामिल हैं, पिछले नौ महीनों से बैजूस की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। Byju’s कई समस्याओं का सामना कर रहा है और इन कर्जदाताओं से लिए गए पैसे को वापस करने में सक्षम नहीं है। कर्जदाता इन समस्याओं को ठीक करने और कंपनी को पटरी पर लाने में मदद करने के लिए बैजूस के साथ मिलकर काम करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अगर बैजूस सहयोग नहीं करने का विकल्प चुनता है और जानबूझकर बकाया राशि का भुगतान नहीं करता है, तो कर्जदाताओं को कार्रवाई करने का अधिकार है। वे क्रेडिट समझौते में नियमों का उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए कर सकते हैं कि उन्हें अपना पैसा वापस मिल जाए।

Also read: डिजिटल उधारी में चूक नुकसान गारंटी पर दिशानिदेश जारी

हाउलिहान लोकी (Houlihan Lokey ) टर्मलोन कर्जदाता समूह के लिए फाइनैंशियल एडवाइजर का काम करता है और किर्कलैंड एंड एलिस एलएलपी (Kirkland & Ellis LLP), काहिल गॉर्डन एंड रिइंडेल एलएलपी (Cahill Gordon & Reindel LLP), और शियरमैन एंड स्टर्लिंग एलएलपी (and Shearman & Sterling LLP ) कानूनी सलाहकार (लीगल एडवाइजर) के तौर पर काम कर रहे हैं।

Also read: डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ी मुश्किलें, गोपनीय दस्तावेजों को रखने के मामले में बने आरोपी!

बैजूस ने एक अन्य कंपनी रेडवुड के खिलाफ 5 जून को कानूनी कार्रवाई की। बायजू ने दावा किया कि TLB (Term Loan B) लोन के कर्जदाताओं ने कुछ कथित गैर-मौद्रिक और तकनीकी समस्याओं के आधार पर लोन चुकौती में तेजी लाने का गलत फैसला लिया।

नतीजतन, कर्जदाताओं ने बैजूस की कंपनी के एक हिस्से बैजूस अल्फा को अपने नियंत्रण में ले लिया और उचित कारणों के बिना अपना खुद का मैनेजमेंट नियुक्त कर लिया। बैजूस का मानना है कि यह करना अन्यायपूर्ण था और वे कानूनी तौर पर रेडवुड को अयोग्य ठहराने की मांग कर रहे हैं। सरल शब्दों में कहें, तो बैजूस परेशान है क्योंकि कर्जदाताओं ने उन पर कुछ नियमों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया और उम्मीद से बहुत पहले अपना पैसा वापस लेने का फैसला किया। यहां तक कि उन्होंने बैजूस की कंपनी के एक हिस्से को अपने नियंत्रण में ले लिया और अपने ही लोगों को प्रभारी बना लिया।

बैजूस का मानना है कि यह अनुचित था और अब वह कर्जदाताओं के कार्यों को कानूनी रूप से चुनौती देने की कोशिश कर रहा है।

First Published - June 9, 2023 | 4:41 PM IST

संबंधित पोस्ट